खोदावंदपुर. बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के दरगाह टोला में शनिवार की दोपहर अचानक आग लग गयी. इस घटना में झोपड़ीनुमा छह घर जलकर राख हो गया. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गयी और ग्रामीणों के अथक प्रयास से आग पर काबू पा लिया गया. इस घटना में बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के वार्ड एक निवासी स्व गोपी सहनी के 55 वर्षीय पुत्र गंडोरी सहनी, स्व कमोदी सहनी की 26 वर्षीया पत्नी रूपम देवी, अर्जुन सहनी की 23 वर्षीया पत्नी चांदनी कुमारी एवं इसी पंचायत के वार्ड दो निवासी मोहम्मद नजीर का 50 वर्षीय पत्नी सायरा खातून, मोहम्मद साजन का 25 वर्षीया पत्नी शहनाज खातून एवं मोहम्मद अमजद का 28 वर्षीया पत्नी चांदनी खातून का घर जलकर स्वाहा हो गया. घटना के संदर्भ में पीड़ित परिवार के परिजनों ने बताया कि बूढ़ी गंडक नदी के तटबंध की देखरेख के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा झोपड़ी बनाया गया है और नदी में जलस्तर बढ़ने पर इसी झोपड़ी में नाइट गार्ड व लाइट डिकोरेशन की कर्मी रहते हैं. नदी में पानी घटने पर गार्ड व कर्मी चले जाते हैं. उसके बाद यह झोपड़ी खाली पड़ा हुआ रहता है और सुबह, दोपहर तथा शाम में कुछ शरारती युवकों का जमावड़ा लगा रहता है, जो सिगरेट, बीड़ी, गांजा पिते रहता है. पंद्रह नवम्बर की दोपहर में बरियारपुर पश्चिमी मस्जिद के निकट बांध किनारे जल संसाधन विभाग द्वारा बनाये गये झोपड़ी में कुछ युवक सिगरेट पीकर शेष टुकड़े को फेंककर घर चला गया. बाद में वह शेष टुकड़ा आग का रुप ले लिया और देखते-देखते ही झोपड़ी धू-धूकर जलने लगा. जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक छह लोगों का झोपड़ीनुमा घर जलकर नष्ट हो गया. इस घटना में साजन के घर में रखें एक बाइक, मसोमात रुपम देवी का सिलाई मशीन, गंडोरी सहनी का 40, 000 रुपये नगदी, किमती जेवरात, बर्तन, बिछावन, अनाज, कपड़ा, जलावन, आवश्यक दस्तावेज सहित सभी पीड़ित परिवार के घरों में रखें सारा समाग्री जलकर भस्म हो गया. इस आगलगी की घटना में दस लाख से अधिक की संपत्ति जलने का अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं कुछ स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना खोदावंदपुर पुलिस एवं अंचल अधिकारी को दिया. सूचना मिलते ही पुलिस पदाधिकारियों एवं राजस्व कर्मचारी ने स्थल जांच कर पीड़ित परिवार को एक-एक पॉलीथिन अंचल अधिकारी खोदावंदपुर के द्वारा मुहैया करवाया गया और इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया. वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने बताया कि सालभर पूर्व भी इसी झोपड़ी से आगलगी की घटना घटी थी, बावजूद स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा शरारती तत्वों के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया जाता है, जिसके चलते अक्सर असामाजिक युवकों की जुटान इस झोपड़ी में होती रहती है. शनिवार को भी इसी झोपड़ी से आग उठी और सभी आसपास के असहाय लोगों का झोपड़ीनुमा एसवेस्टस का छह घर जल गये. इस आगलगी की घटना से पीड़ित परिवार के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था.
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