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मृतकों के टोले में किसी घर में नहीं जले चूल्हे

पटेढ़ी बेलसर : सुबह के 10 बजे है. प्रेमराज ब्लॉक चौक और हर चौराहे पर लोग समूह में बैठे है. लोग सिर्फ एक ही घटना की चर्चा कर रहे है. एक साथ अगल-बगल के दो गांवों से 10 लोगों की मौत से हर तरफ मातम फैला है. हर जुबान ईश्वर को कोस रहे है. आखिर […]

पटेढ़ी बेलसर : सुबह के 10 बजे है. प्रेमराज ब्लॉक चौक और हर चौराहे पर लोग समूह में बैठे है. लोग सिर्फ एक ही घटना की चर्चा कर रहे है. एक साथ अगल-बगल के दो गांवों से 10 लोगों की मौत से हर तरफ मातम फैला है. हर जुबान ईश्वर को कोस रहे है. आखिर क्या बिगाड़ा था इन लोगों ने जो एक साथ कई परिवारों को उजाड़ दिया. ग्रामीण इतने दुखी है कि काम-धाम को छोड़कर मनहूस हादसा को याद कर मायूस बैठे है. मृतकों परिवार वाले हो या पड़ोस वाले किसी के घर में चूल्हा नहीं जला है.
हाजीपुर-मुजफ्फरपुर एनएच77 पर सराय बाजार के निकट हुई बस व ऑटो की टक्कर की दर्दनाक हादसा में 11 यात्रियों की मौत से गोरौल प्रखंड के पिरोई और रसूलपुर कोरीगांव में बुधवार को मातमी सन्नाटा पसरा रहा. गांवों के हर दरवाजे में खामोशी छायी रही. इस हादसा में इन दोनों गांवों के 10 लोगों की जान गयी है. एक तरफ कोरीगांव में मृतक अब्दुल सत्तार और उनकी बेगम शमिला की जनाजा निकल रही थी, तो दूसरी और इसी गांव के शिक्षक ज्ञान प्रकाश और उनके पुत्र की दूध क्रिया की रस्म निभायी जा रही थी.अब्दुल सत्तार और शमिला बेगम के जनाजे में बड़ी संख्या में लोग जूट थे.
हर कोई ऊपर वाले को कोस रहा था. दोनों पति पत्नी का जनाजा एक साथ निकाली गयी,हर किसी के आंख में आंसू थे. प्रेमराज तथा ब्लॉक चौक पर लोग टोली में बैठ इस ह्रदय विदारक घटना कि चर्चा कर रहे थे. इस घटना में तीन दंपत्ति की जान गयी है. जिससे उनके परिवार वालों के आंसू थम नहीं रहे थे. इस घटना में हुसैना मध्य विद्यालय के शिक्षक ज्ञान प्रकाश और उनका इकलौता पुत्र आदित्य प्रकाश की मौत हो गयी,वही पत्नी जिंदगी और मौत से अस्पताल में जूझ रही है. ज्ञानप्रकाश अपने सात माह के पुत्र को चिकित्सक यहां इलाज के लिए हाजीपुर जा रहे थे.इस हादसे में कोरिगावो गांव के ही संजय सिंह और उनकी पत्नी मंजु देवी की मौत हो गयी. दोनों इलाज के लिए हाजीपुर जा रहे थे.
मृतक के दो पुत्र है. छोटे पुत्र सुमन अपने माता पिता की मुखाग्नि दी है. सुमन छोटे उम्र में उतरी पहने एक टकी निगाह से हरेक आने वालो को देखता है और रो पड़ता है.
पूरे टोले में लोगों की आंखों में आंसू है. ग्रामीण कहते है की दोनों भाइयों के सर से भगवान ने मां बाप का छाया छीन लिया. वही,बगल के पिरोई समसुद्दीन गांव के इस हादसे में शिकार बृजनंदन पंडित के परिवार की तो दुनिया ही उजड़ गयी. हादसे में बृजनंदन पंडित उनकी पत्नी प्रमीला देवी तथा मां राम महली देवी असमय मौत के आगोश में समां गये. बृजनंदन अपने पोलियो ग्रस्त मां के इलाज कराने जा रहे थे. मृतक के बूढ़े बाप पर नाबालिग बच्चों का बोझ पर गया. मृतक के एक पुत्र तथा एक पुत्री की जिम्मेवारी अब इनके कंधों पर रह गया है.
वृद्ध बाप विदेश्वर पंडित भगवान को कोसते हुए कहते है की मेरे मरने के उम्र में मेरे पुत्र को अपने पास बुला लिया. अब इन बच्चों का गुजारा कैसे होगा? मृतक के पुत्री सोनी की शादी और सोनू की परवरिश की जिम्मेवारी है. वही, प्रेमराज के यशोमती देवी तथा कटरमाला के लखीन्द्र राय भी इस हादसे की शिकार हो गयी. राज्य सरकार की तरफ से दी गयी चार-चार लाख रुपये की मुआवजा राशि तत्काल मिलने से पीड़ित परिवारों के आर्थिक राहत तो मिली है लेकिन इस विपत्ति में वह फीकी दिखती है.

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