बांका. जिले का एकमात्र बेलहर विधानसभा सीट हॉट सीट में शामिल था. यहां एक ही जाति के दो दिग्गज नेताओं के बीच अपने-अपने वर्चस्व की जंग छिड़ी हुई थी, यानि यहां सांसद गिरिधारी यादव के पुत्र चाणक्या प्रकाश रंजन राजद से चुनाव लड़ रहे थे. वहीं उनके विरुद्ध में झारखंड सरकार के राजद कोटे से मंत्री संजय प्रसाद यादव के भाई निवर्तमान विधायक मनोज यादव जदयू से चुनाव लड़ रहे थे. दोनों के बीच राजनीति अदावत पहले से ही पब्लिक डोमेन में है. इस बार के विस चुनाव में दोनों नेता अपना क्षत्रप बचाने के लिए जुटे हुए थे. राजनीति सिर्फ विधानसभा की नहीं, बल्कि क्षत्रप बचाने की भी थी, लेकिन चुनाव परिणाम में जदयू के प्रत्याशी मनोज यादव बाजी मार गये. जीत का अंतराल भी काफी निर्णायक हुआ. ऐसे में सांसद की राजनीति अब जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. स्वयं जदयू के सांसद होने के नाते सीधे तौर पर चुनाव प्रचार में तो नहीं दिखे, लेकिन कथित तौर पर पूरे चुनाव की कमान पर्दे के पीछे में रहकर अपने पुत्र के लिए करते रहे. राजनीति जानकारों की मानें तो सांसद पुत्र के अचानक राजद में इंट्री होने से कई वरीय राजद नेता चुनाव से अलग हो गये थे. साथ ही विधानसभा क्षेत्र में निवर्तमान विधायक की पकड़ एवं पीएम व सीएम की विकासवादी नीतियां उनके पक्ष में रही. हालांकि दोनों के बीच जीत-हार की इस राजनीति में आगे और भी कई करवट लेने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
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