बौंसी. मंदार पर्वत शिखर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण अब जल्द पूरा हो जायेगा. शुक्रवार को मंदारेश्वर काशी विश्वनाथ मंदिर निर्माण समिति के अधिकारियों और सदस्यों के द्वारा आंध्र प्रदेश के राजमंड्री से आये 12 शिल्पकारों को माल्यार्पण और उनका चरण पूजन कर पूरे विधि विधान से मंदिर निर्माण के लिए पर्वत शिखर की ओर रवाना किया गया. इस मौके पर निर्माण समिति के संयोजक डॉक्टर अर्जित शाश्वत चौबे ने बताया कि वर्षों से लंबित पड़े काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण अब आरंभ हो जायेगा. मंदिर निर्माण के लिए तेलंगाना हैदराबाद के मलिकार्जुन स्वामी शिल्पी वर्क्स का चयन किया गया है. जिन्होंने मंदिर का अद्भुत प्रारूप भी तैयार किया है. अभी मंदिर के प्रारंभ काल में 12 कारीगरों के द्वारा कार्य आरंभ कर दिया गया है. इसके बाद 28 शिल्पकारों के द्वारा मंदिर निर्माण पूर्ण किया जायेगा. मालूम हो कि मंदिर का नक्शा तिरुपति देवस्थानम आंध्र प्रदेश के प्रख्यात स्थापति श्री बाला भास्करण एवं मोतीलाल के द्वारा बनाया गया है. श्री चौबे ने बताया कि अगले 6 महीना में विश्वनाथ मंदिर का निर्माण युद्ध स्तर पर करने के साथ पूरा कर लिया जायेगा. निर्माण समिति के सचिव देवाशीष उर्फ निप्पू पांडे ने बताया कि पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को मंदार पर्वत पर लैंड डायवर्शन के लिए ढाई एकड़ का जमीन का प्रपोजल समर्पित किया गया है. जिसमें मंदार शिखर के समीप एक एकड़ से अधिक जमीन की मांग की गयी है ताकि मंदिर के प्रांगण को व्यापकता दिया जा सके. समिति के कोषाध्यक्ष राहुल डोकानियां ने बताया कि मंदार क्षेत्र के सभी प्रमुख संस्थानों एवं श्रद्धालुओं से आग्रह किया जा रहा है कि वह मंदिर निर्माण में अपना सहयोग और अर्थ समर्पण करें. जिसके लिए जल्द ही समिति बनाकर कर सेवा और निधि संग्रह आरंभ किया जायेगा. मंदार पर्वत स्थित विभिन्न मंदिर व अन्य स्थलों का जन्म आधार भी दूसरे चरण में किया जायेगा.
दो चरण में होगा मंदिर निर्माण कार्य
मालूम हो कि पहले चरण में मंदिर गोपुरम, मंडपम, नंदी स्थल और ध्वज स्तंभ होगा. जबकि दूसरे चरण में मंदिर के विभिन्न आयाम से जुड़े विवाह मंडप, संग्रहालय, वैदिक शिक्षण केंद्र, आध्यात्मिक प्राकृतिक केंद्र सहित 10 मंदिर एवं प्रमुख स्थलों का जीर्णोद्धार कराया जायेगा. बताया गया कि दक्षिण भारतीय शैली के अनुरूप निर्माण कार्य रामेश्वरम एवं तिरुपति मंदिर के बनावट के अनुसार कराया जा रहा है. मालूम कि मंदिर निर्माण का संकल्प पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पद्म विभूषण जगतगुरु स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी के मार्गदर्शन से लिया था. जिसके बाद बिहार के तत्कालीन राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर के साथ आकर 10 मार्च 2023 को शिलान्यास और भूमि पूजन करने का काम किया था. शिल्पकारों के अभिनंदन कार्यक्रम में शिल्पकार सुपरवाइजर सतीश बाबू, मणिकांत, दुर्गा प्रसाद, वेंकटेश, पेशिया, दुर्गा, नागेश राव, वीर अन्ना, वीर राजू, जय बाबू, सूर्या उपस्थित थे. इस मौके पर समाजसेवी कौशल सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष बृजेश मिश्रा, डॉ राजेश पोद्दार, दिलीप सर्राफ, सोनू चौधरी, शिव कुमार साह, अंजन चौबे, राजा राम अग्रवाल, पवन साह, पीयूष भदोरिया सहित अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है