बौंसी. कलश स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र रविवार से आरंभ हो गया. कलश स्थापना शुभ मुहूर्त में सुबह में किया गया. जानकारी हो कि नवसंवत और चैत्र प्रतिपदा से ही सृष्टि का उदय माना जाता है. चैत्र नवरात्रि में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव यानी रामनवमी भी मनायी जाती है. नवरात्र के पहले दिन माता दुर्गा के शैलपुत्री रूप की पूजा-अर्चना की गयी. पंडित अवधेश ठाकुर ने बताया कि चैत्र नवरात्र में ही माता भगवती ने सृष्टि की रचना की थी. नगर व प्रखंड क्षेत्र मे चैत्र नवरात्र आरंभ हो गया है और विभिन्न देवी मंडपों में कलश स्थापना के साथ पूजा की जा रही है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अपने घरों में ही पूजा पाठ कर रहे हैं. पुरानी हाट स्थित दुर्गा मंदिर में नवरात्र को लेकर कलश स्थापना कर पूजा की जा रही है. देवी की प्रतिमा की तैयारी भी पूरी की जा रही है. पंडित माधवन झा द्वारा समस्त प्रकार के मंत्रोच्चार किया जा रहा है. मंदिर के अध्यक्ष राजू सिंह ने बताया कि मंदिर के गर्भ गृह में पूजा की जा रही है. दुर्गा सप्तशती के पाठ एवं देवी मनावन गीतों से वातावरण भक्तिमय हो गया है. वातावरण में धूप, धूमना एवं गुग्गुल की सुगंध चारों तरफ फैलने लगी है. आज मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की जायेगी.
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