Bihar Education: बांका में शिक्षक नियुक्ति में बड़ा घोटाला सामने आया है. जानकारी मिली है कि फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे 5 शिक्षकों को पकड़ा गया है. पटना हाईकोर्ट के आदेश पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने मामले की जांच शुरू की थी. इसी दौरान इन पांच शिक्षकों के फर्जी सर्टिफिकेट का खुलासा है. मामले में बेलहर से दो, रजौन से एक और शंभूगंज से 2 शिक्षकों को पकड़ा गया है.
शंभूगंज में 2 शिक्षकों के प्रमाणपत्र फर्जी
मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय जगतापुर की शिक्षिका कुमारी पल्लवी और प्राथमिक विद्यालय मेहरपुर के शिक्षक निरंजन कुमार का अंक पत्र उड़ीसा बोर्ड से जारी बताया गया था. जांच के दौरान यह अंक पत्र फर्जी निकला है.
रजौन की एक शिक्षिका आरोपित
वहीं, रजौन प्रखंड के कोलहड्डा विद्यालय में नियुक्त शिक्षिका दीपा कुमारी की नियुक्ति साल 2006 में हुआ था. उन्होंने मैट्रिक का प्रमाण पत्र कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से दिखाया था. जबकि जांच के दौरान यह फर्जी साबित हुआ. प्राप्त जानकारी के अनुसार इनके खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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बेलहर की दो शिक्षिकाएं आरोपित
इसके अलावा बेलहर प्रखंड की पंचायत शिक्षिका श्वेता कुमारी का अनुभव प्रमाण पत्र और अनिता कुमारी का उपशास्त्री प्रमाण पत्र सत्यापन में फर्जी पाया गया है. इनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि जिले में वर्षों से फर्जी दस्तावेजों पर शिक्षक नौकरी कर रहे थे. अब एफआईआर दर्ज होने के बाद इन सभी शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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