बांका : सरकार के द्वारा जिले को 2019 तक हरहाल में खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य है. लेकिन जिला प्रशासन ने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप अगस्त 2017 तक शत-प्रतिशत कार्य को पूरा करने का कड़ा निर्देश जारी किया है. इसको लेकर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में एक अभियान चलाकर आम लोगों को जागरूक किया जाना है.
इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी. लापरवाह बनें अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्यवाई की जायेगी. उक्त बातें डीडीसी प्रदीप कुमार ने अपने कार्यालय वेश्म में मंगलवार को लोहिया स्वच्छता ग्रामीण अभियान के तहत शौचालय निर्माण की समीक्षात्मक बैठक में कहीं. उन्होंने बैठक में मौजूद सभी प्रखंड के बीडीओ को शौचालय निर्माण के लिए युद्ध स्तर पर क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में एक अभियान चलाकर कार्य को अंजाम देने का निर्देश दिया.
डीडीसी ने कहा कि 2 माह के अंदर जिले के सभी प्रखंडों को खुले में शौच मुक्त करने का निर्देश बीडीओ को दिया. साथ ही प्रत्येक प्रखंड से 20 मोटीवेटर का चयन कर प्रशिक्षण के लिए 23 मार्च को समाहरणालय स्थित सभागार में भेजने की बात कहीं. इसके अलावा सभी बीडीओ को 31 मार्च तक क्षेत्र के अंतर्गत एक पंचायत को खुले में शौचमुक्त बनाने का निर्देश दिया. खुले में शौचमुक्त पंचायत बनाने के लिए बीडीओ को संबंधित पंचायत के जनप्रतिनिधि से सहयोग लेने की बात कहीं. वहीं प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत योग्य लाभुकों का निबंधन प्रखंड कार्यालय में कराने का निर्देश दिया गया. वहीं शौचालय निर्माण में सहयोग के लिए इंदिरा आवास सहायक, विकास मित्र, जीविका एवं जनप्रतिनिधि को जोड़ने की बात कहीं. इस मौके पर डीआरडीए के निदेशक रामकुमार पोद्धार, एडीपीआरओ दिलीप सरकार, सभी प्रखंड के बीडीओ, जीविका के डीपीएम, नीड्स के जिला समन्वयक, प्रखंड समन्वयक, सहायक प्रोग्राम पदाधिकारी आदि उपस्थित थे.