सुबह नौ बजे होगा महोत्सव का उद्घाटन, धार्मिक महत्ता पर होगी चर्चा औरंगाबाद शहर. महोत्सव परिवार द्वारा आयोजित होने वाले पितृपक्ष महोत्सव को लेकर जम्होर में बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता पितृपक्ष महोत्सव के अध्यक्ष अजीत सिंह ने की व संचालन महामंत्री राजीव कुमार सिंह ने किया. सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि महोत्सव परिवार द्वारा रविवार को पितृपक्ष महोत्सव आयोजित किया जायेगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. रविवार की सुबह नौ बजे मुख्य अतिथी समारोह का उद्घाटन करेंगे. 10 बजे से पितृपक्ष की धार्मिक महत्व विषय पर संगोष्ठी होगी. दोपहर में जिले के नामचीन कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे. शाम में सम्मान समारोह के साथ महोत्सव का समापन होगा. सम्मान समारोह में पत्रकारों, साहित्यकारों, प्रबुद्ध लोगों, कलाकारों, हर महोत्सव के दो-दो सक्रिय सदस्यों को सम्मानित किया जायेगा. इस महोत्सव की शुरुआत इसी वर्ष से की जा रही है. प्रथम पिंड स्थल जम्होर में कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य है यहां के इतिहास का प्रचार-प्रसार देश स्तर तक हो, जिससे लोग इतिहास को जान सकें. अजीत सिंह ने बताया कि भगवान विष्णु की पावन नगरी जम्होर में आश्विन महीने में प्राचीन काल से ही यह मेला लगते आया है. पौराणिक मान्यता है कि यहां पिंडदान, श्राद्धकर्म और तर्पण करने से पितरों की आत्मा को शांति और मोक्ष मिल जाता है. जहां लाखों की संख्या में आये श्रद्धालु अपने पितरों के उद्धार के लिए अनुष्ठान करते हैं और ऐसी ऐतिहासिक भूमि अपने इतिहास से ओझल है. इस जगह का देश स्तर पर प्रचार-प्रसार हो सके और लोग यहां के इतिहास को जाने. इसी उद्देश्य से इस बार पितृपक्ष महोत्सव जैसे कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं. कला कौशल मंच के अध्यक्ष आदित्य श्रीवास्तव ने बताया कि महोत्सव की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. महोत्सव में जिले के स्थानीय नामचीन कलाकारों को आमंत्रित किया जायेगा और उनकी शानदार प्रस्तुति देखने को मिलेगा. महोत्सव की पहली शुरुआत को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. आश्विन कृष्णपक्ष की प्रतिपदा से शुरू होकर अमावस्या तक की अवधि को पितृपक्ष माना जाता है. वैदिक परंपरा व हिंदू मान्यताओं के अनुसार पितरों के लिए श्राद्ध करना एक महान और उत्कृष्ट कार्य है. मान्यता के मुताबिक पुत्र का पुत्रत्व तभी सार्थक माना जाता है, जब वह अपने जीवन काल में जीवित माता-पिता की सेवा करें और उनके मरणोपरांत उनकी मृत्यु तिथि (पितृपक्ष) में उनका विधिवत श्राद्ध करे. इस मौके पर महासचिव राजीव कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह, रंजीत कुमार सिंह, अनिल अग्रवाल, संजय गुप्ता, सोनू सिंह, बजरंगी चौधरी, नवनीत गुप्ता, रवि कुमार सिंह, मकसूदन त्रिवेदी, दिलावर सिंह, पवन सिंह मुन्ना, पवन कुमार सिंह आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

