दाउदनगर. एनएच 139 पर स्थित भखरूआं गांव में इस बार दुर्गा पूजा में साउथ इंडियन कलाकृति पर आधारित भव्य पंडाल आकर्षण का केंद्र बनेगा. देवघर के कलाकार निजाम और इनकी हुई टीम की कलाकारी दिखेगी. लगभग चार लाख रुपये की लागत से भव्य पंडाल बनाया जा रहा है, जिसका निर्माण अंतिम चरण में है. इस पंडाल का अंदाज बेहद खास होगा, जिसमें माता महाकाली का दरबार होगा. निजाम के नेतृत्व में झारखंड के देवघर से आए दर्जनों शिल्पकारों (कारीगरों) की टीम इस पंडाल को फाइनल टच देने में दिन-रात एक किये हैं. ज्ञात हो कि भव्य पूजा का आयोजन यहां 2014 से हो रहा है. इससे पहले करीब 200 वर्षों से सड़क के किनारे एक देवी मंदिर में प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती थी. स्व रामदेव तिवारी के पूर्वज और इसके बाद की पीढ़ी इस आयोजन के मुख्य पुजारी हुआ करते थे. जगह के अभाव ने इस आयोजन की जगह बदल दी. 2014 में एक अलग कमेटी बनी और इसके नयी कमेटी के अध्यक्ष ब्रजेश तिवारी बनाये गये. दूसरी जगह पूजा का आयोजन हुआ. तब से अब तक लगातार भव्य आकर्षक पंडाल तथा शानदार लाइटिंग की व्यवस्था देखने को मिल रही है. हालांकि, देवी मंदिर में अभी भी कलश स्थापन कर पूजा की जाती है. यह परंपरा लगातार जारी है. 2024 में मां काली पूजा समिति के अध्यक्ष राजेश तिवारी बने. नये अध्यक्ष ने कुछ बदलाव किये, पूजा की भव्यता बढ़ी. इस बार भी कुछ खास होने वाला है, जो दाउदनगर के अन्य दर्जनों पूजा समितियों से अलग होने वाला है. समिति के अध्यक्ष राजेश तिवारी और इनकी टीम में शामिल शिक्षक हरेंद्र तिवारी, इंजीनियर प्रतीक राज, श्रीराम तिवारी, भास्कर तिवारी, सोनू तिवारी, ज्ञानदत्त तिवारी, सिंधु राज, राकेश रंजन समेत अन्य सदस्यों ने बताया कि इस बार बजट सात लाख रुपये का है. पंडाल पर चार लाख और तीन लाख रुपये लाइटिंग व्यवस्था, शोभा यात्रा, पूजा एवं अन्य व्यवस्था पर खर्च किया जाना है. यह तय है कि आगंतुक श्रद्धालुओं को खास अनुभूति होगी.
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