डीएम को लिखा जाएगा पत्र
प्रतिनिधि,
दाउदनगर.
प्रखंड प्रमुख विपुल कुमार ने प्रखंड क्षेत्र के सरकारी कार्यालयों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकांश कार्यालय अब दलालों के चंगुल में फंस गये हैं. अंचल कार्यालय, प्रखंड कार्यालय, प्रखंड आपूर्ति कार्यालय, पंचायती राज कार्यालय एवं मनरेगा कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण कार्यालयों में जनता की समस्याओं का समाधान कम और दलालों की मनमानी ज्यादा होती है. प्रमुख ने कहा कि इन कार्यालयों में दलालों को बाकायदा कुर्सी पर बैठा दिया जाता है. वे आम नागरिकों से सीधे संपर्क कर काम कराने के नाम पर कथित तौर पर पैसे की मांग करते हैं. यही नहीं, कई मामलों में कर्मचारी खुद गायब रहते हैं और सारा काम दलालों के माध्यम से होता है. यह स्थिति न केवल प्रशासनिक व्यवस्था को कमजोर कर रही है, बल्कि आम जनता के विश्वास को भी तोड़ रही है. इस संदर्भ में अरई पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि श्याम सुंदर बैठा और अंकोढ़ा के पंचायत समिति सदस्य गुप्तेश्वर पाल ने कहा कि कार्यालयों में दलाल खुलेआम कुर्सी पर बैठे देखे जा सकते हैं और वे ही मुख्य रूप से कार्यों में हस्तक्षेप करते हैं. यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है. प्रखंड प्रमुख ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर इन कार्यालयों को दलालों से मुक्त नहीं किया गया, तो वे डीएम को पत्र भेंजेगे. पंचायत समिति की अगली बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित कर संबंधित विभाग को भेजा जायेगा. उन्होंने कहा कि जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

