जिले की 20 संतानों को श्रवण कुमार सम्मान से किया गया था सम्मानित
प्रतिनिधि, औरंगाबाद शहर.
मातृ-पितृ वंदन महोत्सव एवं भिखारी ठाकुर महोत्सव के समापन होने के बाद सहयोग करने वाले लोगों के प्रति आभार जताया गया. इस महोत्सव का आयोजन देव के चैनपुर में किया गया. संस्था के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने कार्यक्रम की सफलता के लिए शहर वासियों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया़ कहा कि मातृ-पितृ वंदन महोत्सव की सफलता का कारण सभी लोगों का सहयोग रहा. पंचदेव धाम मंदिर के संस्थापक अशोक कुमार सिंह, रामानंद पांडेय, बीएड कॉलेज के सचिव शंभू पांडेय, विवेकानंद स्कूल के निर्देशक शंभू शरण सिंह और जिले के कई समाजसेवियों ने कार्यक्रम की सफलता में अपना योगदान दिया. यह महोत्सव आने वाले समय में प्रदेश स्तर का बड़ा महोत्सव साबित होगा. महोत्सव आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में एक नयी जागृति का संदेश लाना है, ताकि संतानों को अपने माता-पिता तथा सास-ससुर की सेवा भाव के प्रति जोड़ा जा सके. माता-पिता सास-ससुर की निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले लगभग जिले की 20 संतानों को श्रवण कुमार सम्मान से सम्मानित किया गया. पंचदेव धाम के संस्थापक अशोक सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम ऐतिहासिक कार्यक्रम रहा. निश्चित रूप में ऐसे आयोजनों से समाज में एक नयी जागृति की चेतना आयेगी.कलाकारों के प्रति जताया आभार
सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज के प्राचार्य सुधीर मिश्रा, साहित्यकार सुरेंद्र प्रसाद मिश्र, ज्योतिषाचार्य शिव नारायण सिंह, कवि लव कुश प्रसाद, प्रो रामाधार सिंह, दिनेश प्रसाद, दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो अनिल कुमार, रामभजन सिंह, रामकिशोर सिंह, डॉ सुमन लता समेत सभी वक्ताओं ने अपने प्रभावशाली संबोधन से समाज में एक नयी चेतना लाने का काम किया. कला कौशल मंच के अध्यक्ष आदित्य श्रीवास्तव ने महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों के प्रति आभार जताया. मौके पर अध्यक्ष रामजी सिंह, लव कुश प्रसाद, राजेंद्र सिंह सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

