पर्यटन स्थल के रूप में धाम को विकसित कर देश के मानचित्र पर लाने का प्रयास प्रतिनिधि, कुटुंबा. कुटुंबा प्रखंड अंतर्गत झारखंड बॉर्डर सीमा समिति परता के तत्वावधान में व श्री कृष्णपुरी ठाकुरबाड़ी कल्पवृक्ष परता धाम में दो दिवसीय महोत्सव का आगाज बुधवार को हुआ. स्थानीय मुखिया श्याम बिहारी राय के साथ महोत्सव समिति से जुड़े लोग व समाजसेवियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस क्रम में वक्ताओं ने कहा कि धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने एवं भारत के मानचित्र पर लाने का प्रयास किया जायेगा. मुखिया ने कहा कि कल्पवृक्ष अत्यंत ही दुर्लभ वृक्ष है. द्वापर युग में रुक्मिणी के कहने पर श्रीकृष्ण ने इस वृक्ष को धरा पर अवतरित किया था. वक्ताओं ने कहा कि कल्पवृक्ष धाम जिले ही नहीं, बिहार के लिए एक पवित्र धाम है. धाम समिति की ओर से लगातार कई वर्षों से महोत्सव का आयोजन कर इनकी महत्ता को उजागर करने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है. श्री श्री ठाकुरबाड़ी कल्पवृक्ष धाम परता में लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले को राजकीय दर्जा व महोत्सव को कला संस्कृति विभाग के कैलेंडर में शामिल करने की मांग की जा रही है. कई बार धाम परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राजनेताओं की ओर से राजकीय मेला का दर्जा दिये जाने एवं धाम के विकास के लिए कार्य कराये जाने का आश्वासन दिया गया है, परंतु अब तक धाम के विकास को लेकर सरकारी स्तर से किसी तरह का कार्य नहीं किया जा रहा है. कहा कि यह धाम जिले का ही नहीं, बिहार का गौरवशाली स्थान है. दो-दो बार सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन यह बताता है कि यह स्थान कितना महत्वपूर्ण है. इसके बावजूद भी धाम का विकास कार्य नहीं कराया जा रहा है. कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह व संचालन प्रवक्ता शैलेंद्र सिंह ने किया. अध्यक्ष ने धाम के विकास व महोत्सव आयोजन से संबंधित जानकारी लोगों को दी. उन्होंने कहा कि यह धाम सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में है. मेले को राजकीय दर्जा दिये जाने एवं महोत्सव को सरकारी कैलेंडर में शामिल करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष जन सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. मौके पर धाम समिति के सचिव धर्मेंद्र मालाकार, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय, उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, उप सचिव अरुण कुमार, रमेश पाल आदि रहे. कलाकारों ने बिखेरा जलवा महोत्सव के पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कई चर्चित कलाकारों ने मंच से अपनी प्रस्तुति दी. स्वागत गीत से आगत अतिथियों का अभिनंदन हुआ. इसके उपरांत गणेश व सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. इस दौरान चर्चित कलाकार धर्मेंद्र धड़कन, सविता सिंह, शालिनी भारद्वाज, कुमार श्रवन, छोटू छलिया, राहुल शर्मा, विशाल किशन कुमार आदि कई कलाकारों ने मंच से अपनी प्रस्तुति दी. कलाकारों की प्रस्तुति पर दर्शक झूम उठे. आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि महोत्सव का उद्देश्य धाम क्षेत्र का विकास करना है. मुख्यमंत्री के आगमन एवं प्रभारी मंत्री की घोषणा के बाद भी उपेक्षित मुख्यमंत्री के रूप में दूसरे कार्यकाल के दौरान जब नीतीश कुमार धाम परिसर में दर्शन-पूजन करने के लिए पहुंचे, तो लोगों को ऐसा लगा कि अब धाम का कायाकल्प होगा, परंतु ऐसा नहीं हो सका. इसके उपरांत पिछले वर्ष चार सितंबर को जिले के प्रभारी मंत्री डॉ संतोष सुमन ने धाम परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कार्तिक पूर्णिमा मेले को राजकीय दर्जा दिलाने एवं महोत्सव को सरकारी कैलेंडर में शामिल कराने के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया था. इसके बाद से लोगों में उम्मीद एक बार फिर जगी थी. विदित हो कि धाम परिसर में बंगाली स्टेट तथा अन्य लोगों की ओर से निर्मित पौराणिक मंदिर है. धाम परिसर में कल्पवृक्ष मौजूद है.
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