चिलचिलाती धूप में सूर्य मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब
प्रतिनिधि, देव़
रविवार को देव सूर्य मंदिर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा. हजारों श्रद्धालुओं ने चिलचिलाती धूप में भी देव पहुंचकर भगवान भास्कर का दर्शन-पूजन किया. मंदिर में सुबह से लेकर देर शाम तक दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आयी. जिले के साथ-साथ आसपास के रोहतास, अरवल, गया, पलामू समेत कई जिलों के श्रद्धालु पहुंचे थे. बहुत से श्रद्धालुओं ने सूर्यकुंड में स्नान के बाद दंडवत दिया, फिर मंदिर पहुंचकर विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की. हालांकि, अत्यधिक गर्मी की वजह से श्रद्धालुओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. ज्ञात हो कि मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं में अटूट आस्था और विश्वास है. वहां प्रवेश मात्र से ही अनुभूति होती है कि वे देवलोक का दर्शन कर रहे हैं. श्रद्धालु शुभ काम करने से पहले मंदिर में पूजा करने जरूर पहुंचते हैं. रविवार को वैदिक मंत्रोच्चारण से माहौल भक्तिमय बना रहा. वहीं, भीड़ न हो, इसके लिए पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष कुमार सौरभ के नेतृत्व में जगह-जगह सुरक्षाबल तैनात किये गये थे. न्यास समिति द्वारा मंदिर में रविवार की भीड़ को देखते हुए पहले से ही मंदिर में कतार की अलग व्यवस्था की गयी थी. मंदिर के अंदर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. देव सूर्य मंदिर से लेकर हॉस्पिटल मोड़ तक भीड़ खचाखच भरी थी. यूं कहें कि पूरा देव भीड़ की आगोश में समा गया था. भीड़ के कारण ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी थी. मंदिर के पुजारी राजेश पाठक व मृत्युंजय पाठक ने बताया कि ऐसे तो हर रविवार को भीड़ होती है, लेकिन कुछ खास मौके पर भगवान के दर्शन का अलग महत्व है. मान्यता है कि इस मंदिर में सदियों से लोगों को मनोवांछित फल मिलता आ रहा है. यही कारण है कि प्रत्येक दिन और खासकर रविवार को इस मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखने को मिलती है. चैत व कार्तिक छठ मेले के दौरान यहां दर्शन-पूजन की अपनी एक विशिष्ट धार्मिक महत्ता है. वैसे तो सूर्य मंदिर में सालोंभर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है. श्रद्धालु अलग-अलग राज्य से यहां छठ पूजा कर एवं पूजा-अर्चना कर मुरादें मांगने आते हैं. मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गयी मुराद अवश्य पूरी होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है