औरंगाबाद ग्रामीण.
बारुण प्रखंड के मुंशी बिगहा में सात मार्च को गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी का आगमन होनेवाला है. इसको लेकर तैयारी जोरों पर चल रही है. द आर्ट ऑफ लिविंग के सभी सदस्य तैयारी में जुटे हुए हैं. शहर के डॉ रामाशीष सिंह रोड स्थित आईएमए हॉल में एक प्रेसवार्ता आयोजित की गई. प्रेसवार्ता में द आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्य नितिन, अरुण डालमिया, नागेंद्र व संगीता सिन्हा मौजूद थे. सदस्यों ने बताया कि सात मार्च को औरंगाबाद के पावन धरती पर गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी महाराज का आगमन होने जा रहा है. बारुण प्रखंड के मुंशी बिगहा में कार्यक्रम स्थल बनाया गया है. सात मार्च को श्री श्री रविशंकर जी वहां आयेंगे और उनके सानिध्य के महासत्संग का आयोजन किया जायेगा. इस दौरान उनके प्रवचन व ध्यान को लोग सुनेंगे. इस महासत्संग में लगभग सात जिलों से लोग आ रहे हैं. इसके साथ-साथ बिहार के अलावा उत्तरप्रदेश, झारखंड व पश्चिम बंगाल से लोगों को आने की संभावना है. बताया कि सात मार्च को रविशंकर जी महाराज साढ़े 10 बजे से 11 बजे के बीच मुंशी बिगहा कार्यक्रम स्थल पर आयेंगे और भजन कीर्तन करेंगे. इसके बाद आशीर्वचन करेंगे और युवाओं से बात करेंगे. संस्थान से जुड़े लोगों से बात करेंगे और और आजकल के युवा आगे कैसे बढ़े इसपर चर्चा करेंगे. युवाओं को कैसे रोजगार मिले और पलायन कैसे रुके इस पर मुख्य रूप से चर्चा किया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि जनवरी माह में पूज्य गुरुदेव को शंकराचार्य द्वारा सोमनाथ का पूरण अवशेष प्रदान किया गया है. वे शाम चार बजे तक रुकेंगे. स्वागत के लिए झारखंड से आदिवासी समाज के लोग नृत्य के साथ उनका जोरदार स्वागत करेंगे. इसके बाद नवादा के प्रसिद्ध लोक गायक जितेंद्र व धर्मेंद्र बिहार की संस्कृति से उन्हें अवगत करायेंगे. अभी फाल्गुन माह चल रहा है. कलाकार उन्हें होली की गीत भी सुनायेंगे. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुंशी बिगहा में लगभग दो लाख स्क्वायर फिट में पंडाल लगाया जा रहा है. 80 फुट के मंच से गुरुदेव संदेश देंगे. काफी अधिक भीड़ होने के कारण स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था की गयी है ताकि लोग रूबरू दर्शन कर सके. 50 से 60 हजार लोगों के बैठने के लिए भव्य पंडाल बनाया गया है. कार्यक्रम में भगदड़ न हो उसके लिए 150 से अधिक स्वयं सेवक मौजूद रहेंगे. जिला प्रशासन द्वारा भी जगह जगह पर सुरक्षा बलों की तैनाती की जायेगी. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे. वैसे गुरुदेव के सभी भक्त व सदस्य सुशासन में रहते है, जिससे भगदड़ की आशंका कम रहती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है