दाउदनगर. सोमवार की देर शाम शहर के सत्संग नगर गली के पास पीसीसी रोड निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों द्वारा सड़क निर्माण का काम रोकवा दिया गया था. यही नहीं कनीय अभियंता बलजीत कुमार को रोककर रखे थे. बाद में देर शाम बीडीओ मो जफर इमाम ने पहुंचकर स्थानीय लोगों की शिकायतें सुनी. इधर, सोमवार को हुए काम को जेइ द्वारा जेसीबी से उखड़वा दिया गया. इसके बाद करीब चार-पांच घंटे तक हाइ वोल्टेज ड्रामा चला. लोगों का हल्ला-हंगामा चलता रहा. स्थानीय लोगों के समर्थन में भाकपा माले भी उतर आयी है. पता चला कि जेइ ने सोमवार को हुए करीब 70 फुट ढलाई को उखड़वा दिया. इसके पीछे के जेई का तर्क है कि मटेरियल निर्माण में अनियमितता के सबूत मिले थे. इधर, उखड़वाये गये सड़क का मलबा हटाने के लिए देर रात तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला, लेकिन कोई निर्णय नहीं निकल सका. वार्ड 13 के पार्षद प्रतिनिधि कृष्णा केसरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कार्य में काफी अनियमितता बरती जा रही है. संवेदक वार्ड पार्षदों का कुछ नहीं सुन रहे हैं. शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. भाकपा माले का प्रतिनिधिमंडल पहुंच गया. भाकपा माले प्रतिनिधि मंडल में शामिल टाउन सचिव बिरजु चौधरी और सुदामा सिंह का कहना था कि जब सोमवार को हुए काम को उखड़वाया गया है तो उसी संवेदक द्वारा एक दिन पहले भी काम कराया गया था, उसे भी उखड़वाया जाये. इनका कहना था कि रिंग रोड निर्माण में घटिया काम किया जा रहा है. अब तक रोड का जो भी काम हुआ है, उसमें गिट्टी उखड़ना शुरू हो गया है. अभी बारिश बाकी है. इन्होंने कहा कि इस स्थान पर घटिया किस्म का काम हो रहा था. वे जनता के समर्थन में यहां खड़े है. एक ही ठेकेदार द्वारा यहां पर काम कराया गया है. सोमवार को हुए ढलाई को उखड़वा दिया गया, जबकि रविवार को भी ढलाई कराया गया था. उनकी मांग है कि एक दिन पहले जो ढलाई कराया गया था, उसे भी उखड़वाया जाये. ऐसा नहीं किया जाता है तो न तो मलबा उठने देंगे और न जेसीबी को जाने देंगे. सांसद प्रतिनिधि पिंटू सिंह भी पहुंच गये. उन्होंने जेई से कहा कि किसके आदेश पर पीसीसी सड़क को उखड़वाया गया है और अगर उखड़वाया गया है, तो उक्त संवेदक द्वारा कराये गये दो दिन के काम को क्यों नहीं उखड़वाया गया. जेई का का कहना था कि मेटेरियल में गड़बड़ी पाये जाने पर सोमवार को हुए पीसीसी काम को उखड़वाया गया. रविवार को जो काम हुआ है, उसके 24 घंटे से भी अधिक समय बीत चुके हैं. उसकी गुणवत्ता की जांच करायी जायेगी और गुणवत्ता में गड़बड़ी पाये जाने पर उसे तुड़वाकर फिर से बनवाया जायेगा.
देर रात 10 बजे तक अधिकारियों के समक्ष चला ड्रामा
सीओ शैलेंद्र कुमार यादव, दाउदनगर थाने के सब इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार यादव दल बल के साथ पहुंची. काफी देर तक हल्ला-हंगामे का दौर चलता रहा. कभी मलवा उठाने आये जेसीबी को रोका जा रहा था, तो कभी एक दिन पहले हुए काम को उखड़वाने की मांग की जा रही थी. देर रात करीब 10 बजे तक इसी तरह हाइ वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. सीओ, बीडीओ समेत अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि पीसीसी के जो भी कार्य हुए हैं, सभी की जांच कराई जायेगी. इस कार्य की गुणवत्ता की जांच कराने के बाद निर्णय लिए जायेंगे. हांलाकि, मंगलवार को सड़क पर मलवा यूं ही पड़ा रहा. उसे उठाने के लिए भी कोई नहीं पहुंचा था. बीडीओ व सीओ ने बताया कि वे लोग एसडीओ के निर्देश पर कार्य स्थल पर पहुंचे थे. अपनी रिपोर्ट एसडीओ को देंगे. हालांकि, संवाद भेजे जाने तक नगर पर्षद के किसी अधिकारी का कोई अधिकारिक बयान नहीं मिल सका है.
क्या कहते हैं जेई
जेई बलजीत कुमार ने बताया कि सोमवार को लगभग 70 फीट ढलाई हुआ था. उसकी क्वालिटी खराब पायी गयी, तो उसे उखड़वाया लिया गया. रविवार को करीब 70-80 फुट ढलाई हुआ था, लेकिन उसके बारे में टेक्निकल टीम जांच करेगी. गुणवत्ता खराब रहने पर ही उसे तोड़वाया जायेगा. सोमवार की रात्रि सड़क से मलवा हटाने का प्रयास किया गया था, लेकिन नागरिकों के विरोध के कारण नहीं हटाया जा सका .अब आगे हटाने का प्रयास किया जायेगा. जेई ने यह भी बताया कि इसकी सूचना बुडको के पदाधिकारियों को दे दी गयी है. ज्ञात हो कि बलजीत कुमार की मूल पदस्थापना सिंचाई विभाग में है और वे नगर पर्षद में जेइ के अतिरिक्त प्रभार में हैं.पार्षद ने किया त्यागपत्र देने की मांग
वहीं दूसरी ओर विरोधी खेमे के वार्ड पार्षद एवं पूर्व स्टैंडिंग कमेटी सदस्य बसंत कुमार ने प्रेस बयान जारी कर मुख्य पार्षद से त्यागपत्र देने या अनियमितता के दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि अनौपचारिक या मासिक बैठक में मुख्य पार्षद एवं ईओ के समक्ष बनाई जा रही रोड एवं नाला के गुणवत्तापूर्ण निर्माण का मुद्दा उठाया जाता है, लेकिन उनके रवैया से एवं इस समय चल रहे घटनाक्रम से पार्षद भी आहत हैं. हम लोगों ने शहर में हो रहे सभी कार्यों की जांच के लिए विभाग में पत्र भी दिया है, जिस पर एसडीओ द्वारा जांच चल रही है. उन्होंने कहा कि मुख्य पार्षद को या तो अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर अनियमितता के दोषी पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने एसडीओ से भी मांग करते हुए कहा कि पार्षदों के आवेदन पर जल्द जांच प्रतिवेदन भेजा जाये और ऐसी अनियमितता पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है