कुटुंबा.
किसानों को भूमि स्वामित्व से संबंधित दस्तावेज व स्वघोषणा पत्र जमा करने में अब दिक्कत नहीं होगी. रिसियप से सर्वे कार्यालय को हटाकर पंचायत सरकार भवन दधपा में शिफ्ट कर दिया गया है. यह जानकारी विशेष सर्वेक्षण सहायक पदाधिकारी स्नेह रंजन ने दी है. उन्होंने बताया है कि वरीय अधिकारियों के निर्देश से शुक्रवार से भूमि सर्वेक्षण का सारा कार्य दधपा में निबटारा होगा. किसानों की सहूलियत के लिए जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा दिये गये है. उन्होंने बताया कि कुटुंबा अंचल के 228 मौजा में भूमि सर्वेक्षण का कार्य होना है. इसके लिए 36 अमीन लगाये गये थे. इसमें एक अमीन ने विभाग को अपना त्याग पत्र समर्पित कर दिया है. फिलहाल 35 अमीन सर्वेक्षण कार्य कर रहे है. इसके साथ ही प्रत्येक पंचायतवार एक कानूनगो और एक लिपिक को लगाया गया है. उन्होंने बताया कि कुटुंबा प्रखंड में 88 हजार रैयतों द्वारा जमीन का दस्तावेज जमा किया जाना है. अभी तक तकरीबन 31 हजार किसानों ने अपना स्वघोषणा पत्र जमा किया है. उन्होंने बताया कि रैयतों को जमीन का पेपर जमा करने के दौरान वर्तमान समय के जीवित वंशज तक का वंशवृक्ष यानी वंशावली बनाकर देना होगा. जिन किसानों ने किसी दूसरे से जमीन खरीद की है, उसका केवाला और बदलैन के साथ जमीन का सबूत घोषणा पत्र के साथ देना होगा. हालांकि, सभी तरह के समस्यायों का निदान दस्तावेज और स्थल सत्यापन के उपरांत हीं किया जाना है. उन्होंने बताया कि पुराने रैयतों के लिए सर्वे खतियान का नकल तथा मौखिक बंटवारा के लिए 100 रुपये के स्टाम्प पर सारे फरीक की सहमति के साथ पेपर जमा करना होगा. एएसओ ने बताया कि किसान अफवाहों से बिल्कुल दूर रहें. सरकार किसी को बेदखल करने नहीं जा रही है. किसानो को अगर दस्तावेज जमा करने में परेशानी हो रही है, तो पहले राजस्व कर्मचारी और स्थानीय स्तर पर प्राइवेट अमीन बुलाकर जमीन का दखल कब्जा के अनुसार नक्शे के आधार पर अपना खाता खेसरा और रकबा के बारे में क्लियर होने का प्रयास करें. इसके पश्चात सर्वे में प्रपत्र (2)और (3)वंशावली के साथ जमा करें. उन्होंने बताया कि वंशावली में बहन का भी नाम होना चाहिए. अगर उन्हे पिता की रैयती भूमि में शेयर नहीं लेना है, तो उन्हें शपथ पत्र के तहत सहमति देना होगा. अगर किसान को जमीन का पेपर जमा करने में दिक्कत आ रही है, तो संबंधित पंचायत के कानूनगो, अमीन या फिर भूमि सर्वेक्षण कार्यालय में आकर प्रकिया समझ सकते है. विदित हो कि दधपा पंचायत सरकार भवन अंचल कार्यालय से महज सवा किलोमीटर की दूरी पर स्थित किया गया है. दोनों कार्यालय सामान्य परिधि में होने से किसानों को अब काफी सहूलियत होगी. इसके लिए कुटुंबा के पूर्व मुखिया ओंकारनाथ सिंह, जगदीशपुर के पूर्व सरपंच अलखदेव प्रसाद सिंहा, रसलपुर के शिवनाथ पांडेय, पूर्व प्रमुख मनोज कुमार यादव, जीतु तिवारी, आजम इमाम, धनंजय सिंह और शिवकुमार सिंह आदि ने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए समस्या से निजात दिलाने की मांग की थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है