दाउदनगऱ
शहीद-ए-आजम भगत सिंह सामाजिक विकास संस्थान के तत्वावधान में पुराना शहर स्थित एक शिक्षण संस्थान में शहीद-ए-आजम भगत सिंह एवं उनके दो साथियों राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. उपस्थित लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर शहीदों को नमन किया. शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. श्रद्धांजलि सभा का उद्घाटन करते हुए भाकपा (माले) के राज्य कमेटी सदस्य अनवर हुसैन ने कहा कि आज भगत सिंह और उनके साथियों का शहादत दिवस ऐसे समय में मनाया जा रहा है, जब देश में बचे-खुचे सीमित लोकतंत्र को भी समाप्त करने की साजिश रची जा रही है. संस्थान के सचिव सत्येंद्र कुमार ने कहा कि हिन्दुस्तान को समाजवादी राष्ट्र बनाने व देश में जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा, नस्ल आदि के नाम पर चलायी जा रही राजनीति का विरोध करते हुए देश के लोगों के बीच अमन और भाईचारे के लिए कार्य करना ही आज इन शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. महिला नेत्री मीना सिंह ने कहा कि भगत सिंह और उनके साथियों का सपना था कि समाज में महिलाओं को बराबरी का स्थान मिले, लेकिन आज महिलाओं को संसद में आरक्षण का महज लॉलीपॉप दिखलाया जा रहा है तथा उनके खिलाफ विभिन्न प्रकार की हिंसा में लगातार वृद्धि हो रही है. गोह कॉलेज के गणित विभाग के विभागाध्यक्ष राजकमल कुमार सिंह ने कहा कि जब तक देश में समान शिक्षा व्यवस्था लागू नहीं होगी, तब तक भगत सिंह के सपनों का हिन्दुस्तान बनाना संभव नहीं होगा. शिक्षक नेता सुरेंद्र सिंह ने कहा कि भगत सिंह एवं उनके साथियों की कुर्बानी आजादी की लड़ाई का वह महत्वपूर्ण मोड़ था, जहां से यह बिल्कुल तय हो गया था कि अब भारत की आजादी को दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती. संस्थान के कोषाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता कयूम अंसारी, विवेकचंद्र सैनी, कशिश कुमार, शिक्षिका सिम्पी पटेल ,शिक्षक बिनोद भगत, जगदीश ठठेरा, कृष्णानंद किशोर, फातमा, प्रह्लाद प्रसाद, संजय शाह, संजय प्रसाद, दिलीप कुमार, माले नेता बिरजू चौधरी, राजाराम सिंह, महेन्द्र राम,रामसकल महतो, सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मियों के नेता जयराम सिंह आदि ने संबोधित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष कृष्णा प्रसाद चंद्रवंशी ने की वं संचालन सचिव ने किया. सभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर नासरीगंज -दाउदनगर सोन-पुल का नामकरण शहीद भगत सिंह सेतु करने सहित कई मांगों की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

