गोह.
गोह प्रखंड के पुनपुन बराज परियोजना के अधूरे कार्य को पूरा कराने के लिए जिला प्रशासन गंभीर है. डीएम श्रीकांत शास्त्री के साथ-साथ एसडीओ मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने किसानो के साथ बैठक कर उनकी समस्याओ को समझा. इस दौरान किसानों ने अपनी मांग रखते हुए कहा कि परियोजना के लिए जिन किसानों की जमीन ली जानी है उन्हें मुआवजा भुगतान के लिए राज्य सरकार को आज के दौर में जो जमीन का उचित मुआवजा हो उसके हिसाब से मिलना चाहिए. किसानों ने डीएम से मांग करते हुए कहा कि जितनी जल्द हो सके उन्हें भूमि का मुआवजा देते हुए परियोजना का कार्य पूरा कराया जाये, ताकि सभी किसानों को सिचाई कि सुविधा जल्द मिल सके. अधिकारियों ने परियोजना का कार्य पूरा कराने के लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी पुनपुन बराज, बटाने, सोन नहर कैनाल व उत्तर कोयल नहर के कार्यपालक अभियंता की मौजूदगी में परियोजना के प्रभावित किसानों के साथ चर्चा की. बताया कि बराज के लिए अधिग्रहित भूमि के अधिग्रहण का मुआवजा भुगतान के लिए राशि शीघ्र ही आवंटित करने की मांग राज्य सरकार से की गयी है. राशि के लिए डीएम ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है. अंचल अधिकारी गोह व हसपुरा को निर्देश दिया गया है कि पहले जो जमीन अधिग्रहण कर लिया गया है उसका दाखिल खारिज जल संसाधन विभाग के नाम से शीघ्र कराया जाये. अभी तक गोह में 14 मौजा व हसपुरा में दो मौजा में जमीन का अधिग्रहण किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि पैसे का आवंटन प्राप्त होते ही किसानों को नोटिस दिया जायेगा और मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. जो किसान मुआवजा नहीं लेंगे उनकी राशि कोर्ट में जमा कराकर जमीन का अधिग्रहण किया जायेगा. मुआवजे की मांग कर रहे किसानों को बताया कि दर का निर्धारण करना और राशि का भुगतान करने का अधिकार जिला प्रशासन को नहीं है. किसानों के इस प्रस्ताव को राज्य सरकार के पास भेजा जायेगा और वहीं से निर्णय होगा. किसान सत्येंद्र यादव, आल्हा चौबे ऊर्फ शिव दिप चौबे, विजय चौबे, रामानुज चौबे, बीरेंद्र चौबे, रामानुज पासवान, दीपक बैठा, अजय मिश्रा, पुकार मिश्रा, अंजनी मिश्रा, वीर मनी दुबे, मंटू चौबे, बैजू लाल खत्री सहित सैकड़ों किसानों ने हॉस्पिटल बनाने की मांग उठायी. इसके अलावा बिजली पावर ग्रिड, किसानों के लिए आवास व हमीदनगर बराज से बधोई गांव तक पीसीसी सड़क निर्माण कि भी मांग की. डीएम ने किसानों को अश्वासन दिया कि उनकी बातों पर विचार किया जायेगा. हालांकि, बैठक में शामिल किसानों ने कहा कि मुआवजा नहीं मिलेगा जमीन नहीं देंगे. जिन किसानों से पहले जमीन अधिग्रहण कर लिया गया है और जमीन में बराज का निर्माण करा दिया गया है वे किसान भी अब सर्किल दर से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

