औरंगाबाद नगर : जिले में हुई डीलर बहाली पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है, जो थमने का नाम नहीं ले रहा. चयन सूची जारी होते ही बहाली प्रक्रिया में व्यापक अनियमितता का आरोप लग रहा है. एक ओर जहां कुछ अभ्यर्थी इस मामले को लेकर हाईकोर्ट चले गये, तो दूसरी ओर अभ्यर्थी कलेक्ट्रेट पहुंच रहे हैं और पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं. स्थिति यह हो गयी है कि डीलर बहाली की जारी चयन सूची के खिलाफ लगातार शिकायतें आ रही हैं.
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डीलर बहाली चयन सूची के खिलाफ बढ़ रहीं शिकायतें
औरंगाबाद नगर : जिले में हुई डीलर बहाली पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है, जो थमने का नाम नहीं ले रहा. चयन सूची जारी होते ही बहाली प्रक्रिया में व्यापक अनियमितता का आरोप लग रहा है. एक ओर जहां कुछ अभ्यर्थी इस मामले को लेकर हाईकोर्ट चले गये, तो दूसरी ओर अभ्यर्थी कलेक्ट्रेट पहुंच […]
अधिकांश गड़बड़ी पंचायतों में हुई है. जानकारी के अनुसार अब तक औरंगाबाद अनुमंडल से 48 और दाउदनगर अनुमंडल से 17 आवेदन विभाग को प्राप्त हुए हैं. सूत्रों की मानें तो लगातार आ रही शिकायतों के बाद कई चयनित अभ्यर्थियों के लाइसेंस को स्थगित रखने का निर्देश दिया गया है. हालांकि इस मामले में फिलहाल लिखित आदेश निर्गत होना बाकी है. गड़बड़ियां सामने आने के बाद जांच पूरी होने तक अभ्यर्थियों को लाइसेंस नहीं देने का भी निर्देश दिया गया है.
वैसे तो यह जांच का विषय है लेकिन जिन अभ्यर्थियों का चयन हो गया है, उन्हें फिलहाल लाइसेंस मिलता नहीं दिख रहा. बता दें कि जिले में 239 जनवितरण प्रणाली दुकानदारों की बहाली होनी है और कंप्यूटर टेस्ट के बाद सभी प्रक्रिया पूरी करते हुए एक मार्च को चयन सूची जारी की गयी थी. चयन सूची प्रकाशित होते ही इसमें अनियमितता का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है.
इस तरह हो रही हैं शिकायतें: चयन सूची प्रकाशित होने के बाद प्रतिदिन अभ्यर्थियों द्वारा अलग-अलग तरह की गड़बड़ियां होने का आरोप लगाकर शिकायतें की जा रही है. अभ्यर्थियों का कहना है कि मेधा सूची में जिसका नाम एक नंबर पर है, उसका भी चयन नहीं हुआ है. कंप्यूटर की परीक्षा भी नियम के खिलाफ ली गयी.
बिहार जनवितरण प्रणाली नियमावली के अनुसार अभ्यर्थियों को कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है. इसमें भी उच्च योग्यताधारी को प्राथमिकता देना है. लेकिन, ऐसा नहीं किया गया. रोस्टर में भी व्यापक अनियमितता है.अभ्यर्थियों ने कहा कि कंप्यूटर टेस्ट में सभी सवालों का सही जवाब देने के बावजूद चयन नहीं किया जाना अनियमितता का बड़ा सबूत है.
जांच के बाद लाइसेंस निर्गत करने का दिया निर्देश
कई अभ्यर्थियों द्वारा शिकायत करने के बाद डीएम राहुल रंजन महिवाल ने जांच के बाद ही लाइसेंस निर्गत करने का निर्देश दिया है. जांच पूरी होने तक लाइसेंस स्थगित करने को कहा है. इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.
आवेदनों की हो रही जांच
प्रभारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी फतेह फयाज ने बताया कि प्राप्त हो रहे आवेदनों की जांच करायी जा रही है. जल्द ही विभाग का प्रभार ग्रहण किये हैं, इस स्थिति में कुछ ज्यादा नहीं बता सकता. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
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