औरंगाबाद : लड़की की शादी करनेवाले ही जानते हैं कि शादी में किन-किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इस समस्या को वही समझ सकता है, जिसे अपनी बहन या बेटी की शादी करनी हो.लड़केवालों के घर का चक्कर लगाने में लड़की के परिजनों के जूते टूट जाते हैं. फिर भी शादी होगी या नहीं होगी, गारंटी नहीं होती है. ऐसा ही मामला एसपी के जनता दरबार में पहुंचा.
झारखंड के पलामू जिले के एक गांव के रहनेवाले रंजय कुमार ने अपनी बहन की शादी औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र के डाकबंगला गांव में पंकज कुमार से बीते दिसंबर महीने में तय की थी. उसकेकुछ रिश्तेदारों ने उसकी बात लड़केवालों से करायी थी. लड़केवाले रिश्तेदारों के साथ उसकी बहन को देखने उसके घर भी गये. लड़की देखने के बाद लड़के के परिजनों ने कहा कि हमें लड़की बिल्कुलपसंद है. आपलोग आकर छेका कर लीजिए. इसके बाद लड़की के पिता ने लड़केवालों को एक लाख रुपये नकद दिये और बाइज्जत उनकी विदाई की, लेकिन फिर लड़केवालों का रंग-ढंग बदलने लगा औरवे लोग शादी करने से इनकार करने लगे. जब लड़की के परिजनों ने लड़केवालों से बातचीत की, तो पंकज के पिता ने कहा कि आपका देवता खराब हैं. आपके यहां शादी नहीं करेंगे. जब लड़कीवालों ने पैसेलौटाने की बात की, तो लड़के वालों ने पैसा लौटाने से इनकार कर दिया और पांच लाख रुपये दहेज की मांग की. पंकज के पिता ने कहा कि पांच लाख रुपये दीजियेगा, तो शादी करेंगे. जनता दरबार में पहुंचेलड़की के भाई ने एसडीपीओ अनूप कुमार से गुहार लगाते हुए कार्रवाई की मांग की. एसडीपीओ ने रफीगंज थानाध्यक्ष को मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया.