शांति बहाल करने के लिए लोग आएं
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दोषियों पर सख्त कार्रवाई करेगा प्रशासन : आयुक्त
शांति बहाल करने के लिए लोग आएं आगे : डीआईजी सीसीटीवी में कैद फुटेज व विभिन्न माध्यम से प्राप्त किये गये फोटो के आधार पर होगी कार्रवाई औरंगाबाद नगर : रामनवमी पर्व के दौरान हुई झड़प के बाद बुधवार को मगध प्रमंडल आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव व डीआईजी विनय कुमार ने संयुक्त रूप से डीएम राहुल […]
आगे : डीआईजी
सीसीटीवी में कैद फुटेज व विभिन्न माध्यम से प्राप्त किये गये फोटो के आधार पर होगी कार्रवाई
औरंगाबाद नगर : रामनवमी पर्व के दौरान हुई झड़प के बाद बुधवार को मगध प्रमंडल आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव व डीआईजी विनय कुमार ने संयुक्त रूप से डीएम राहुल रंजन महिवाल, एसपी डाॅ सत्यप्रकाश की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक की. इस दौरान उपस्थित लोगों से प्रतिक्रिया लेने के बाद संबोधित करते हुए आयुक्त ने कहा कि जिले में जो भी हुआ, वह ठीक नहीं हुआ. इसकी जितनी भी निंदा की जाये, कम है. प्रशासन को भरोसा नहीं था कि इस तरह की घटना इस जिले में भी होगी. पुलिस जवानों ने संयम बरती. यदि लोग मर जाते, तो पूरे जिले में हहाकार मच जाता. पत्रकारों की भूमिका इस घटना में सराहनीय रही है.
आयुक्त ने कहा कि सभी के सुख-दुख में प्रशासन सामने आता है. औरंगाबाद शहर में जनजीवन सामान्य हो गया है. कौन सही है और कौन गलत, इसे प्रशासन पर छोड़ दीजिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि प्रभावशाली कार्रवाई करें. अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है और भी लोग जेल जायेंगे. इस घटना में कोई भी पैरवी नहीं करे कि उक्त व्यक्ति निर्दोष हैं, जो भी लोग पैरवी करेंगे, उनके ऊपर भी कार्रवाई होगी. जिन लोगों पर पहले से इस तरह का मामला दर्ज है, वैसे लोगों को जिला बदर करने की कार्रवाई की जायेगी. घटना में जिनकी भी संपत्ति का नुकसान हुआ है, वैसे लोगों को मुआवजा दिया जायेगा. इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है. यही नहीं, पूजा कमेटी में जो लोग शामिल हैं और जिनके नाम पर लाइसेंस निर्गत किये गये हैं,
उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. सीसीटीवी में कैद फुटेज व विभिन्न माध्यम से प्राप्त किये गये फोटो व फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जा रही है, ताकि कोई आरोप नहीं लगा सके. जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने कहा कि अब तक जो भी कार्रवाई हुई है, वह साक्ष्य के आधार पर हुई है. जो भी घटना हुई है, वह शर्मनाक है. पुलिस अधीक्षक डाॅ सत्यप्रकाश ने कहा कि जो भी हुआ है वह गलत हुआ है. औरंगाबाद जिला में सुरक्षा की दृष्टिकोण से सीआरपीएफ के आठ, एसटीएफ के छह, बीएमपी की दस कंपनियों के अलावा एक हजार से अधिकार पुलिस के जवान तैनात हैं.
बिना अनुमति के नहीं कर सकेंगे बैठक : एसपी ने कहा कि स्थिति को देखते हुए बिना एसडीओ के अनुमति के किसी को बैठक करने की इजाजत नहीं दी जायेगी. इसके बाद भी जो लोग बैठक करते पकड़े जायेंगे, उनके ऊपर कठोर कार्रवाई होगी. एसपी ने यह भी कहा कि रामनवमी पर्व शुरू से लेकर जुलूस तक जिन लोगों के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काऊ मैसेज पोस्ट किये गये हैं उसकी जांच की जा रही है. फिर दोषी पाये जाने पर आईटी एक्ट के तहत उन्हें जेल भेजा जायेेगा.
बैठक में जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, पेंशनर्स समाज अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, नगर परिषद अध्यक्ष उदय गुप्ता, जिप प्रतिनिधि संजय यादव, जिला पार्षद सदस्य शंकर यादवेंदू, रेडक्रॉस के चेयरमैन सतीश कुमार सिंह, सिद्धेश्वर विद्यार्थी, वार्ड पार्षद धर्मेंद्र शर्मा, संजय कुमार, चुलबुल सिंह, कुमारी गोदावरी, महबूब आलम, शिव गुप्ता, अरविंद शर्मा, आफताब राणा, राहुल कुमार, चुलबुल सिंह, दिलीप प्रसाद व खान इमरोज सहित कई गण्यमान्य उपस्थिति थे.
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