लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे के ऊपर हमलावर हैं. बिहार की 40 सीटों पर घमासान हो रहा है जहां चार चरणों में अबतक 19 संसदीय सीटों के लिए मतदान संपन्न हो चुके हैं. पांचवे चरण का मतदान 20 मई को होना है जिसके लिए हर दल के नेता ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे हैं. इस बीच महागठबंधन के लिए प्रचार की कमान थामे तेजस्वी यादव ने भाजपा को महंगाई की मां और बेरोजगारी का बाप करार दिया तो भाजपा की ओर से भी हमले शुरू हो गए. बीजेपी नेता अश्विनी चौबे ने पलटवार किया है.
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर की टिप्पणी
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी महंगाई की मां और बेरोजगारी का बाप है. इसबार पहली बार वोट दे रहे मतदाता और ओवर ऐज वोटर भाजपा के खिलाफ वोट कर रहे हैं. वहीं तेजस्वी यादव के इस बयान पर भाजपा की ओर से भी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी. भाजपा के फायर ब्रांड नेता अश्विनी चौबे ने कहा कि उनके मां-बाप कौन हैं? पोस्टर में अपने मां-बाप का नाम क्यों नहीं ले रहे?
अश्विनी चौबे ने किया तेजस्वी पर हमला
अश्विनी चौबे ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए तेजस्वी यादव को ललकारा और कहा कि वो अपने पोस्टर में मां-बाप का नाम इसलिए नहीं ले रहे क्योंकि उन्होंने ही जंगलराज लाया था. अगर उनमें हिम्मत है तो जंगलराज वालों का फोटो लेकर छापें. अश्विनी चौबे ने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाना चाहता है. नरेंद्र मोदी के शासनकाल में रोजगारों का हिसाब-किताब भी उन्होंने दिया.
अश्विनी चौबे का दावा
तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए अश्विनी चौबे ने कहा कि ये बेतुकी बयान बोलने वाले पप्पू गप्पू लप्पू और सप्पू , इसके चक्कर में मत पड़िए. ये लोग भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं जो फिर से जंगलराज लाने की तैयारी में हैं.ये सनातन को गाली देने वाले हैं. अश्विनी चौबे ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी को ही जनता का आशीर्वाद प्राप्त है.
क्या बोले तेजस्वी यादव..
वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि चार चरण के चुनाव खत्म हो गए हैं लेकिन गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई के बारे में प्रधानमंत्री ने अब तक एक शब्द नहीं कहा है. न बिहार के लिए उन्होंने कुछ कहा और ना ही बिहार को विशेष राज्य बनाने के लिए कुछ कहा. भाजपा के लोगों को काम से मतलब नहीं है. झूठ बोलना, नफरत फैलाना और आपस में लड़वाना, इनका(भाजपा) केवल ये ही काम है. तेजस्वी यादव ने कहा कि झारखंड और बिहार से अगर वे साफ हैं तो समझ जाइए कि केंद्र में उनकी सरकार बनने नहीं जा रही है.