आरा
. आरा जंक्शन के पूर्वी गुमटी पर फुट ओवरब्रिज नहीं बनने के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. पटना जंक्शन के बाद दानापुर रेल मंडल में आरा जंक्शन सबसे अधिक राजस्व देता है. इसके बावजूद दानापुर रेल मंडल द्वारा आरा जंक्शन की उपेक्षा की जाती है. इससे एक तरफ जिलेवासियों खासकर रेल यात्रियों में काफी आक्रोश का माहौल है.लगभग पांच वर्ष पहले हुआ था शिलान्यास
लोगों की सुविधा एवं मांग को देखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने पहल करके इसके निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था, तब कार्य तेजी से हो रहा था. लोहे के कई पिलर भी लगा दिये गये थे, पर धीरे-धीरे इसका कार्य बंद हो गया. इससे लोगों को परेशानी हो रही है.पैदल पुल बनने के बाद बंद कर दिया जायेगा रेलवे लाइन से सड़क मार्ग
योजना थी कि पैदल पुल बन जाने के बाद नीचे रेलवे पटरी से सड़क मार्ग को बंद कर दिया जायेगा, ताकि लोगों को किसी तरह का खतरा नहीं हो सके. उनका जीवन सुरक्षित रह सके एवं आने-जाने में सुविधा भी हो सके.नगर के उत्तरी व दक्षिणी हिस्सों को जोड़ने के लिए आरा में यह पहला पैदल पुल होगा. पैदल पुल पूर्वी रेलवे गुमटी,एलसी 48 के पास बनाया जा रहा है. इससे रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर से लोगों को उत्तर से दक्षिण हिस्से में सुविधापूर्वक पहुंचने में सुविधा होगी. भविष्य में पूर्वी गुमटी रेलवे क्रासिंग के पास रेल ऊपरी पुल बनने से नीचे का सड़क मार्ग बंद हो जायेगा. उस परिस्थिति लोगों को आवागमन में होने वाली परेशानी से बचाने के लिए रेल विभाग द्वारा पैदल पुल बनाया जा रहा है. इसके बन जाने के बाद लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.अभी लंबी दूरी तय करके उत्तरी एवं दक्षिणी भाग से लोग पहुंचते हैं गंतव्य पर
फिलहाल इसके नहीं बनने से दक्षिणी भाग के लोगों को अपने कार्य से उत्तरी भाग में आने के लिए रेलवे ऊपरी पुल से काफी लंबी दूरी तय करके प्राइवेट बस स्टैंड होते हुए आना पड़ता है. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. इस पुल के निर्माण हो जाने से लोगों को निर्माणाधीन पश्चिमी रेल ओवरब्रिज या पश्चिमी ओवरब्रिज से घूमकर जाने-आने की विवशता नहीं रहेगी. इससे नगर वासियों काफी अधिक लाभ मिलेगा. जिले के विभिन्न इलाके से विभिन्न कार्यों से आरा में आने-जाने वाले लोगों को भी स्टेशन रोड और बिहारी मिल तरफ से सुविधा होगी. आरा में सभी कॉलेज, सदर अस्पताल, कचहरी, शैक्षिक संस्थान व कोचिंग सेंटर उत्तरी भाग में ही हैं. ऐसे में दक्षिण हिस्से से आने वाले लोगों व विद्यार्थियों के लिए इस पैदल पुल से काफी लाभ मिलेगा, पर दानापुर रेल मंडल के द्वारा बरती जाने वाली उदासीनता, आरा स्टेशन से सौतेला व्यवहार तथा लापरवाही के कारण 5 वर्ष पहले शुरू हुई यह योजना अभी तक नहीं पूरी हो पाई है. जबकि से महज लगभग एक र्ष में पूरा कर देना था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

