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बहुचर्चित तनिष्क शोरूम लूटकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने लाइनर और अपराधियों को पनाह देनेवाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के उदयभानपुर गांव निवासी विशाल सिंह और सिन्हा थाना क्षेत्र के परशुरामपुर गांव निवासी सूरज सिंह शामिल हैं. सूरज सिंह को पटना, जबकि विशाल सिंह को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है. सूरज सिंह द्वारा लूट में शामिल अपराधियों को अपने घर में पनाह दी गयी थी. उसके बाद विशाल सिंह और अपराधियों के साथ उसके द्वारा शोरूम की रेकी भी की गयी थी. दोनों का पूर्व से ही आपराधिक इतिहास रहा है. पश्चिम बंगाल में लूट और हत्या सहित अन्य मामलों में दोनों जेल गये. फरवरी माह में ही जमानत पर दोनों जेल से बाहर आये थे. एसपी राज की ओर से शुक्रवार को प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी गयी. उन्होंने बताया कि तकनीकी सूत्र के जरिए दोनों को गिरफ्तार किया गया है. उनके मोबाइल से भी कुछ साक्ष्य मिले हैं. पूछताछ में भी दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. घटना में शामिल सभी अपराधियों की पहचान कर ली गयी है. उनकी गिरफ्तारी को लेकर टीम लगातार छापेमारी कर रही है.10 मार्च को हुई थी लूट :
बता दें कि 10 मार्च को शहर के शीशमहल गोपाली चौक के पास तनिष्क शोरूम में धावा बोल अपराधियों द्वारा करीब 10 करोड़ के आभूषण की डकैती की गयी थी. सात-आठ की संख्या में अपराधियों आभूषण के अलावे कुछ नकदी और एक सिक्युरिटी गार्ड का लाइसेंसी हथियार छीन लिया गया था. बाद में एक रिसीवर को भी कार के साथ गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में अब तक पांच अपराधियों को गिरफ्तार पकड़ा गया है. दो दिनों तक पनाह और शोरूम के हर गतिविधियों की सटीक जानकारी के बाद डाला डाका : तनिष्क शोरूम में डाका डालने से पहले अपराधियों ने दो दिनों तक सिन्हा इलाके में डेरा जमा रखा था. परशुरामपुर गांव में सूरज सिंह के घर पनाह मिलने के बाद सभी ने विशाल सिंह के साथ दो दिनों तक शोरूम की रेकी की थी. सभी ग्राहक बनकर शोरूम में लगातार दो दिनों तक शोरूम में गये और वहां की हर गतिविधियों की सटीक जानकारी हासिल की. उसके बाद डकैती की बड़ी घटना को अंजाम दिया गया. एसपी राज ने बताया कि सभी अपराधियों को परशुरामपुर गांव निवासी सूरज सिंह द्वारा दो दिनों तक अपने अपने घर में पनाह दी गई थी. बाद में विशाल सिंह और अपराधियों के साथ मिलकर रेकी की गयी और लूट की वारदात को अंजाम दिया गया. एसपी ने बताया कि विशाल सिंह के खिलाफ नौ जबकि सूरज सिंह के खिलाफ तीन मामले अबतक सामने आये हैं. दोनों पश्चिम बंगाल में लूट और हत्या में भी अभियुक्त रहे हैं .बेब सीरीज मनी हाइस्ट से मिला आइडिया और रच डाला करोड़ों की लूट का प्लान :
तनिष्क शोरूम लूट कांड के मास्टर माइंड को चर्चित टीवी सीरीज मनी हाइस्ट से डकैती का आइडिया मिला था. उसी सीरीज को देख जेल में बंद मास्टरमाइंड ने करीब दस करोड़ की सोना लूट की घटना को अंजाम दे डाली थी. एसटीएफ सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में पता चला कि लूट कांड का मुख्य मास्टरमाइंड मनी हाइस्ट बेब सीरीज से प्रभावित है. वह सीरीज के आधार पर ही लूट कांड के लिए अपराधियों को हायर करने से लेकर घटना तक अंजाम देता है. वर्चुअल कॉलिंग के जरिए वह लूट कांड के लिए अपराधियों को हायर करता है. सतर्कता और गोपनीयता ऐसी कि लूट कांड में शामिल अपराधी भी एक-दूसरे को नहीं पहचानते हैं. मोबाइल पर व्हाट्सएप्प कालिंग के जरिए बात होने के बाद सभी आपस में मिलते हैं और वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं. मास्टरमाइंड द्वारा लूट की घटना को अलग-अलग पार्ट में बांट कर उसके लिए अलग-अलग किरेदार (अपराधियों) का चयन किया जाता है. बताया जा रहा है कि बेब सीरीज मनी हाइस्ट में दिखाया गया है कि आठ चोरों का एक गिरोह स्पेन के स्पेन के शाही ‘रॉयल मिंट ऑफ स्पेन’ में डकैती की घटना को अंजाम देता है. डकैती का मास्टर माइंड एक प्रोफेसर है, जो पुलिस को चकमा देते हुए पैसे लूटने और भगाने में अपने साथियों की मदद करता है. मास्टरमाइंड लोकेशन से दूर सैटेलाइट फोन से डकैती कांड का नेतृत्व करता हैडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है