जगदीशपुर.
जगदीशपुर में बाबू वीर कुंवर सिंह किला परिसर में वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के अवसर पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संग्रहालय में दीप प्रज्वलन किया गया. इसके बाद वीर कुंवर सिंह संग्रहालय में उनके धरोहर के रूप में रखे शस्त्रों के बारे में जाना गया. माल्यार्पण करनेवालों में आरा सांसद सुदामा प्रसाद, डीएम तन्य सुल्तानिया, एसपी मिस्टर राज, डीडीसी अनुपमा सिंह, जगदीशपुर विधायक राम विशुन सिंह लोहिया, एमएलसी श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व विधायक भाई दिनेश, एसडीम संजीत कुमार, एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह, समाजसेवी डॉ अनिल कुमार सिंह, अधिवक्ता वृंदानंद सिंह, भाजपा महिला प्रदेश प्रवक्ता सुसुलता कुशवाहा, विनय मिश्रा, दुर्गा शंकर सिंह परमार, भाजपा युवा नेता मनी सिंह राठौड़, सतीश सिंह, बाबू वीर कुंवर सिंह के परिवार से जुड़े पुष्पा सिंह, राजकुमार सिंह, कुंवर अभिजीत सिंह उर्फ अंशी सहित अन्य गण्यमान्य लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी वीरता और बलिदान को याद किया.बताते चलें कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के अवसर पर झंडोत्तोलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित अन्य कार्यक्रम का आयोजन होना था, लेकिन इस बार ये कार्यक्रम नहीं हो पाये. सरकार द्वारा इसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन के कारण तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा के चलते कार्यक्रम रद्द हो गये. इस मौके पर सभी ने स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी योद्धा वीर बांकुड़ा कुंवर सिंह का बखान करते हुए कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह ने 1857 की आजादी की पहली लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ वीरता से लड़ाई लड़ी थी. उनका योगदान स्वतंत्रता संग्राम में ऐतिहासिक और प्रेरणादायक है. बाबू वीर कुंवर सिंह देश के उन वीर सपूतों में से एक हैं, जिन्होंने अपने नेतृत्व और बलिदान से पूरे भारत को प्रेरित किया. उनका जीवन आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है. वीर कुंवर सिंह ने उस उम्र में तलवार उठाई जब लोग विश्राम करते हैं. उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और पूरे देश में देशभक्ति का संदेश फैलाया.
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