आरा.
उदवंतनगर प्रखंड की बेलाउर पंचायत के पंचायत समिति सदस्य की हत्या और एके-47 राइफल की बरामदगी सहित तीन मामलों में वांछित दो लाख के इनामी हिस्ट्रीशीटर बूटन चौधरी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. बिहार एसटीएफ की टीम ने रविवार की रात उसे महाराष्ट्र के पालघर इलाके से गिरफ्तार की. उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव निवासी बूटन चौधरी उर्फ हरेंद्र चौधरी के खिलाफ हत्या, अपहरण रंगदारी और आर्म्स एक्ट सहित करीब 15 गंभीर मामले दर्ज हैं. कुछ मामलों में वह चार्जशीटेड भी है.उसके आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए पुलिस मुख्यालय की ओर से उसके खिलाफ दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. उसकी भाभी उर्मिला देवी बेलापुर पंचायत की मुखिया हैं. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर आरा लाने की तैयारी में जुटी है. आरा लाये जाने के बाद पुलिस रिमांड पर लेकर एके-47 राइफल और हैंड ग्रेनेड के बारे में बूटन चौधरी से पूछताछ करेगी. पंचायत समिति सदस्य की हत्या और उनके बेटे को गोली मारने के कारणों का भी पुलिस सच जानने का प्रयास करेगी. एसपी मिस्टर राज की ओर से सोमवार को प्रेस बयान जारी कर बूटन चौधरी की गिरफ्तारी की पुष्टि की गयी है. एसपी के अनुसार बूटन चौधरी उर्फ हरेंद्र चौधरी के खिलाफ उदवंतनगर थाने में अपहरण, हत्या और रंगदारी आर्म्स एक्ट सहित 15 केस दर्ज हैं. फिलहाल बूटन चौधरी 2023 में बेलाउर गांव निवासी पंचायत समिति सदस्य दीपक कुमार गुप्ता की हत्या, 2024 उनके बेटे आयुष कुमार गुप्ता को गोली मारने और इसी साल घर से एके-47 एवं हैंड ग्रेनेड की बरामदगी मामले में फरार चल रहा था.
अप्रैल में बूटन चौधरी के घर से मिली थी एके-47 राइफल और दो हैंडग्रेनेडउदवंतनगर थाने के बेलाउर गांव निवासी बूटन चौधरी उर्फ हरेंद्र चौधरी जरायम की दुकान का बादशाह तो है ही, एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों का शौकीन भी है. इसी साल छह अप्रैल की रात उसके घर से एक एके- 47 राइफल, 43 कारतूस, चार मैगजीन, इंसास राइफल के दो मैगजीन और दो हैंड ग्रेनेड बरामद किये गये थे. हालांकि बूटन चौधरी तो पकड़ में नहीं आ सका था, लेकिन उसके बड़े भाई उपेंद्र चौधरी पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. एसटीएफ और भोजपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में सफलता मिली थी. उससे नौ साल पूर्व भी भोजपुर पुलिस ने बूटन चौधरी को एके-47 राइफल के साथ गिरफ्तार किया गया था. उस दौरान उसके पास से एक एके-47 राइफल, 29 गोली, तीन पिस्टल, राइफल के 31 कारतूस भी बरामद किये गये थे. तब बूटन चौधरी और भाई उपेंद्र चौधरी सहित चार अपराधियों को भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था.दो साल पूर्व बीडीसी मेंबर सह मिठाई दुकानदार की हत्या में आया था नामइनामी हिस्ट्रीशीटर बूटन चौधरी का बेलाउर गांव निवासी पंचायत समिति सदस्य दीपक कुमार गुप्ता की हत्या के साथ उनके बेटे आयुष कुमार गुप्ता को गोली मारने में भी नाम आया था. दोनों मामले में वह फरार चला आ रहा था. बताते चलें कि 28 अप्रैल 2023 की शाम बेलाउर गांव निवासी पंचायत समिति सदस्य सह मिठाई दुकानदार दीपक कुमार गुप्ता की चुनावी रंजिश में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. उस मामले में बूटन चौधरी और उसके भाई उपेंद्र चौधरी सहित अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. उस मामले में पुलिस द्वारा उपेंद्र चौधरी सहित अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि बूटन चौधरी अब तक फरार चल रहा था. हत्या के एक साल बाद 25 मार्च को बेलाउर गांव में दिवंगत पंचायत समिति दीपक कुमार गुप्ता के बेटे आयुष कुमार गुप्ता को गोली मार दी गयी थी. उसमें भी बूटन चौधरी और उसके भतीजे सहित सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. उस मामले में भी बूटन चौधरी फरार चल रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

