प्रतिनिधि, कुर्साकांटा. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्साकांटा में सीमा क्षेत्र विकास के तहत 08 लाख 16 हजार 538 की राशि से वर्ष 2018-19 में निर्मित चापाकल सहित दस सीट वाला शौचालय शोभा की वस्तु बना है. जिसमें अब तो बड़े-बड़े घास तक उग आये हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्साकांटा में निर्मित चापाकल सहित दस सीट वाला शौचालय छह वर्ष पूर्व बनकर तैयार हुआ, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता कहें या फिर कार्यकारी एजेंसी मां दुर्गा ट्रेडर्स की मनमानी के कारण छह वर्षों के बाद भी पीएचसी को हैंड ओवर नहीं हो सका. मालूम हो कि पीएचसी में पूर्व से बना शौचालय की स्थिति नारकीय बनी है. इसे लेकर लाखों की लागत से चापाकल के साथ दस सीट वाला शौचालय निर्माण कराया गया. ताकि पीएचसी आने वाले मरीजों समेत स्वास्थ्य कर्मियों को सुविधा मिल सके, लेकिन कहते हैं न कि घर में अनाज है फिर भूखे भी हैं कि कहावत चरितार्थ होता प्रतीत होता है. यही नहीं दस सीट वाला शौचालय में तो बिना उपयोग के ही घास उग आया है. लगता है निर्मित शौचालय बिना उपयोग के ही कहीं जर्जर भवन के रूप में तब्दील न हो जाये. निर्मित शौचालय का पीएचसी को हैंड ओवर नहीं होने को लेकर पीएचसी के रोगी कल्याण समिति के सदस्यों में शामिल दिलीप झा, प्रदीप यादव, अली हसन, मिलन कुमार समेत अन्य सदस्यों ने डीएम से उक्त शौचालय को अविलंब पीएचसी को हैंड ओवर करने की मांग की है.
कहते हैं पीएचसी प्रभारी
पीएचसी प्रभारी डॉ जमील अहमद ने बताया कि शौचालय निर्माण पूर्ण भी हुआ, लेकिन संवेदक के स्तर से अबतक हैंड ओवर नहीं किया गया है. जिससे उक्त शौचालय का उपयोग नहीं किया जा रहा है. पीएचसी प्रभारी ने बताया कि इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है