विभिन्न मिल्ली, धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक तंजीम की बैठक में लिये गये निर्णय -2-प्रतिनिधि, अररिया इमारते शरिया अररिया के दारुल कजा दफ्तर में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की रणनीति व कार्यक्रम की तैयारी को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में इमारते शरिया पटना के नायब नाजिम मुफ्ती सोहराब आलम नदवी शामिल हुए. जबकि इस मौके पर अररिया के पूर्व सांसद सरफराज आलम ,पूर्व विधायक जाकिर अनवर ,पूर्व आपदा मंत्री सह विधायक शाहनवाज आलम, जमाते इस्लामी ,जमीयतुल उलमाए हिंद ,इमारतें शरिया अररिया के जिम्मेदारों के अलावा अन्य मिल्ली व सामाजिक संगठन के लोग शामिल हुये. बैठक में सबसे पहले इस वर्तमान वक्फ संशोधन बिल का लोगों ने विरोध किया. कहा कि केंद्र की सरकार मुसलमानों को हमेशा किसी न किसी तरह से प्रताड़ित करने का काम करते आ रही है. अब तो इस सरकार की घिनौनी नजर मुसलमानों द्वारा वक्फ की गई जमीन पर है. इस बिल के माध्यम से मुसलमानों की वक्फ की भूमि को हड़पने की साजिश कर रही है. जिसे किसी भी तरह मुसलमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. सरकार को हर हाल में वापस लेना होगा. वक्ताओं ने कहा जब तक ये काला कानून वापस नहीं होगा चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि आगामी तीन मई को अररिया में एक जबरदस्त विरोध मार्च सरकार के खिलाफ निकाला जायेगा. जानकारी देते हुए मुफ्ती सोहराब आलम नदवी और अररिया इमारतें शरिया दारुल कज़ा के काजी अतिकुल्लाह रहमानी ने बताया कि तीन मई को दिन के दस बजे मिल्लिया कॉलेज जीरो माइल अररिया से विरोध मार्च निकाला जायेगा जो शहर के मुख्य मार्ग होते हुए समाहरणालय तक जाकर डीएम को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपेगी. उसके बाद नेताजी सुभाष स्टेडियम अररिया पहुंचकर ये विरोध मार्च सभा में तब्दील हो जायेगा.
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