:32-प्रतिनिधि, अररिया वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ शुक्रवार को अररिया प्रखंड के बोची ईदगाह मैदान में एक बैठक का आयोजन किया गया. इमारते शरिया व बोची बटुरबाड़ी के नोजवान व उलेमाओं के सौजन्य से इस बैठक का आयोजन किया गया था. जिसने इलाके के नौजवान, उलेमा हजरात के अलावा बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. इस बैठक के आयोजन में मुख्य भूमिका निभाने वाले मौलाना जसीम उद्दीन ने बताया कि इस बैठक के माध्यम से लोगों की वक्फ, वक्फ बिल व वक्फ संशोधन बिल के संबंध में वक्ताओं द्वारा लोगों को विस्तार से जानकारी दी. इमारतें शरिया अररिया के काजी अतिकुल्लाह रहमानी ने वक्फ संशोधन बिल पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि वक्फ की संपत्ति पूरी तरह मुसलमानों की संपत्ति है क्योंकि इन्हीं के पूर्वज द्वारा ये वक्फ की गयी भूमि व अन्य संपत्ति है जिसे मजहबी कामों, तालीम को बढ़ावा देने व मुस्लिम के तरक्की व उनके विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए दान यानि वक्फ की गयी है जो हजारों साल से उनके पास है, लेकिन अचानक सरकार द्वारा इसे हड़पने के लिए नया वक्फ संशोधन बिल लाया जा रहा है जो पूरी तरह अलोकतांत्रिक व असंवैधानिक है, इस काले कानून को किसी भी तरह से कबूल नहीं किया जायेगा, काजी अतिकुल्लाह रहमानी ने बताया कि यह पूरी तरह गैर कानूनी व मुसलमानों को परेशान करने के लिये बनाया जा रहा है इसमें कुछ ऐसे संशोधन किये गये हैं जो सीधे तौर पर मौलिक अधिकार के हनन का मामला है, ऐसे में कोई भी व्यक्ति, कौम व धर्म के मानने वाले अपने मौलिक अधिकार का कभी भी हनन नहीं होने देंगे. मौके पर ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहाद के नेता राशिद अनवर, जन स्वराज के नेता फैसल जावेद, युवा सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर तबरेज ने भी बैठक को संबोधित किया.
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