अररिया. एक ओर जहां नगर परिषद के द्वारा जल निकासी व सड़क मरम्मती के नाम पर हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किया जाता है. वहीं एक जमाने में अररिया का एक अन्ने मार्ग के नाम से जाने वाला सड़क तसलीमउद्दीन मार्ग की स्थिति आज बद से बदतर बनी हुई है. जिसे देखने वाला कोई नहीं है. अररिया गेट से मीर मस्जिद होते हुए ककोड़वा चौक तक जाने वाली ये महत्वपूर्ण सड़क वर्षों से जर्जर है. ये सड़क पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. अब तो इस सड़क पर वाहन तो दूर पैदल भी चलना मुश्किल हो रहा है. सड़क के बीचों बीच बड़े-बड़े गद्दे बन गये हैं. जल निकासी के लिए कोई नाला का निर्माण नहीं हुआ. जिसके चलते इस जर्जर सड़क पर हमेशा जल-जमाव की समस्या बनी रहती है. इस जर्जर सड़क व जल निकासी को लेकर मोहल्ला के लोगों ने कई बार नगर परिषद व जन प्रतिनिधि को आवेदन देकर इस समस्या के समाधान को लेकर आवेदन भी दिया. लेकिन आजतक कोई सुनवाई नहीं हुई. अंत में मोहल्ला के लोगों ने जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर इस सड़क की निर्माण के साथ साथ जल निकासी के लिए नाला निर्माण की मांग की है. मालूम हो कि इस सड़क के अगल बगल में बच्चों के लिए आधा दर्जन से अधिक स्कूल व हॉस्टल संचालित हैं. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. हर दिन यहां पर दुर्घटना होते रहती है. साथ ही इस सड़क से जोकीहाट के अलावा दर्जनों गांव का सीधा संपर्क पथ है. स्थानीय निवासी मो मोहसिन, अशफाक आलम, मासूम अंजार, अफ्फान कामिल, सरवर आलम, प्रो हबीबुर रहमान, डॉ आबिद हुसैन आदि ने जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर इस जर्जर सड़क निर्माण व जल निकासी के लिए नाला निर्माण की मांग की है.
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