मॉकड्रिल के दौरान लोगों ने पेश की देशप्रेम व एकजुटता की मिसाल प्रतिनिधि, अररिया भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच गृह मंत्रालय भारत सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में अररिया शहरी क्षेत्र में बुधवार की शाम 07 बजे से दस मिनट के लिए आयोजित मॉकड्रिल जिला प्रशासन की सक्रियता व आम लोगों के भरपूर सहयोग से पूर्णत: सफल रहा. मॉकड्रिल की सफलता लेकर विभिन्न स्तरों पर जरूरी प्रशासनिक तैयारियों की गयी थी. जैसे ही घड़ी में 07 बजे इमरजेंसी सायरन की आवाज पूरे शहर में गूंज उठी. शहर की बिजली स्वत: गुल हो गयी. शहर में घनघोर अंधेरा छा गया. लोगों ने इस दौरान अपने घरों की बत्तियां भी पूरी तरह बंद रखी. वहीं अपने जरूरी काम से सड़क व बाजार निकले लोग अपने-अपने स्थानों पर ठिठक गये. शहर की सड़कों से गुजरने वाले तमाम दोपहिया, चार पहिया वाहन उसी स्थान पर रूक गये. सायरन की आवाज कान में पड़ते ही वाहन चालकों ने अपनी गाड़ी की लाइट बंद कर ली. एक तरफ जहां बाजार ही नहीं गली मोहल्ले की दुकानों की बत्तियां भी इस दौरान बंद रही. तो घर में बैठे लोगों ने भी इस दौरान किसी तरह का लाइट जलाना मुनासिब नहीं समझा. इस तरह उन्होंने देश के आम नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर आयोजित इस मॉकड्रिल को अपना भरपूर समर्थन दिया. मॉकड्रिल की अवधि खत्म होने के बाद धीरे-धीरे शहर के चौक-चौराहे व घरों की लाइटें एक-एक कर जलने लगी. थोड़ी देर में पूर्ववत स्थिति बहाल हो गयी. लेकिन मॉकड्रिल के उपरांत शहर की मुख्य सड़कों पर भीषण जाम का नजारा दिखा. बावजूद लोगों में आत्मसंतोष व देशभक्ति का जज्बा बखूबी देखा गया. जाम को खत्म करने में स्थानीय लोग एक दूसरे की मदद करते देखे गये. नतीजतन जल्द ही शहर में यातायात सामान्य हो गया. लोग पूर्ववत अपने कार्यों में लग गये. इस दौरान लोगों ने देशभक्ति व अपनी एकजुटता का बखूबी परिचय दिया.
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