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भारत-नेपाल सीमा पर सतर्कता बनाये रखना अत्यंत आवश्यक: सांसद

एसएसबी 52 वीं वाहिनी ने मनाया 14 वां स्थापना दिवस

अररिया. जिला मुख्यालय स्थित एसएसबी 52 वीं वाहिनी का 14 वां स्थापना दिवस गत 01 जून को कमांडेंट महेंद्र प्रताप के निर्देशन में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया. जिसमें सर्वप्रथम कमांडेंट महेंद्र प्रताप को सलामी दी गयी. इसके बाद एसएसबी बल मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल, नयी दिल्ली के महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद के भेजे बधाई संदेश को पढ़कर मौजूद एसएसबी बल कार्मिकों को सुनाया गया. साथ ही कमांडेंट ने उपस्थित जवानों व उनके परिवारजनों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी. उनके उज्ज्वल भविष्य की भी कामना की. इसी क्रम में कमांडेंट ने 52 वीं वाहिनी के स्थापना दिवस 2012 से अबतक की उपलब्धियों से उपस्थित जनमानस को अवगत कराया. जिसमें वाहिनी द्वारा किये गये अच्छे कार्यों, प्रचालन गतिविधियों में वाहिनी ने बीरपुर (बिहार), युक्सुंग (सिक्किम) व नक्सल विरोधी अभियान में अंतागढ़ (छत्तीसगढ़), चुनाव ड्यूटी में अहम योगदान दिया. साथ ही, आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी जम्मू व कश्मीर, अमरनाथ यात्रा व कई अन्य ड्यूटी में भी वाहिनी के बलकार्मिकों ने अदम्य साहस व कार्य कुशलता का परिचय देते हुए देश के प्रति समपर्ण की भावना से कर्तव्यों को बखूबी निभाई. इसी के क्रम में कमांडेंट ने कहा कि एसएसबी द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में रह रहे नागरिकों के लिए समय-समय पर नागरिक कल्याण कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन सीमावर्ती क्षेत्र में किया जाता है. जिसमें खेल प्रतियोगिता, श्रीअन्न का उपयोग, पौधारोपण अभियान, मानव चिकित्सा शिविर, पशु चिकित्सा शिविर, चार पहिया वाहन चालन का मरम्मत प्रशिक्षण, महिला सिलाई प्रशिक्षण, ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण, बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्त भारत अभियान व अन्य कई प्रकार के कौशल विकास प्रशिक्षण व जागरूकता अभियान शामिल है. जिससे स्थानीय लोग आत्मनिर्भरता की तरफ अग्रसर हो रहे हैं. इसके बाद संध्या बेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

सीमा पर तैनात एसएसबी जवान देश की शान

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इसके बाद बलकार्मिकों व संदीक्षा सदस्यों ने विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये. साथ ही श्वान दस्ता ने प्रशिक्षित श्वानों से अनेक करतब कराये. जिससे कार्यक्रम में और चार चांद लग गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद प्रदीप कुमार सिंह ने जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि सीमाओं में तैनात जवान देश की शान हैं. भारत-नेपाल सीमा पर सतर्कता बनाये रखना अत्यंत आवश्यक है. जिसके लिए सीमा पर एसएसबी तैनात है. आज एसएसबी के बदौलत भारत-नेपाल की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित है. जब भारत-नेपाल सीमा में एसएसबी के जवान तैनात नहीं थे. तब सीमा पर अपराध अपने चरम पर था. लोगों में डर का माहौल था. चोरी डकैती आम बात थी. लेकिन जब से सीमा पर एसएसबी की तैनाती हुई. तब से अपराधियों व तस्करों में डर का माहौल बन गया है. अब सीमा पर शांति है. जिससे सीमावर्ती लोग चैन से सो पा रहे हैं. इसके बाद देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम के समाप्ति के बाद सामूहिक रात्रि खाना का आयोजन किया गया. मौके पर अररिया नप के मुख्य पार्षद विजय कुमार मिश्रा, उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार शाह, मोहिनी देवी मेमोरियल स्कूल के निदेशक संजय प्रधान, स्टार ग्लोबल पब्लिक स्कूल के निदेशक अमरेंद्र कुमार, जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य सुशांत कुमार झा, द्वितीय कमान अधिकारी पीएन सिंह , उप कमांडेंट उदय कुमार, आनंद प्रकाश यादव व जोशी सागर प्रदीप सहित अन्य कार्मिक व उनके परिजन शामिल थे. 10-11

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एसएसबी 56वीं वाहिनी बथनाहा ने मनाया स्थापना दिवस बथनाहा. एसएसबी 56 वीं वाहिनी बथनाहा में वाहिनी के स्थापना दिवस के अवसर कई कार्यक्रम आयोजित की गई. सर्वप्रथम कमांडेंट सुरेंद्र विक्रम के नेतृत्व में सशस्त्र सीमा बल के ध्वज को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. महानिदेशक महोदय, सशस्त्र सीमा बल द्वारा प्राप्त शुभकामना संदेश को पढ़कर समस्त कार्मिकों को सुनाया गया. कहा कि वर्ष 2012 ई. में 56 वीं बटालियन की स्थापना हुई थी. समस्त बल कार्मिकों को संबोधित करते हुए कमांडेंट श्री विक्रम ने एसएसबी के इतिहास व सशस्त्र सीमा बल के गठन के मूल उद्देश्य पर प्रकाश डाला. बल का प्राथमिक कार्य सीमावर्ती आबादी के बीच राष्ट्रवाद की भावना पैदा करना व प्रेरणा, प्रशिक्षण, विकास, कल्याण कार्यक्रम आदि गतिविधियों की एक सतत प्रक्रिया के माध्यम से सेवा, सुरक्षा व बंधुत्व के आदर्श वाक्य के माध्यम से उनकी क्षमताओं को विकसित करने में उनकी सहायता करना था. कैबिनेट से एसएसबी को 2001 में गृह मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में स्थानांतरित किया गया था. नेपाल – भूटान सीमा पर काम करने के कर्तव्यों को सौंपा गया था. इसी दौरान स्पेशल सर्विस ब्यूरो से नाम बदलकर सशस्त्र सीमा बल किया गया था. 56 वीं वाहिनी के उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा हम सभी भारत-नेपाल व भारत -भूटान सीमा की सुरक्षा के अतिरिक्त देश की आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी के प्रति दृढ़ संकल्पित हैं. कमांडेंट द्वारा इस अवसर पर वाहिनी के समस्त बलकर्मिकों को उनके परिवार सहित हार्दिक शुभकामनाएं दी. मौके पर सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने वाहिनी चिकित्सालय का भ्रमण किया. जिसमें भर्ती मरीजों का हालचाल जाना. मौके पर एसडीपीओ फारबिसगंज मुकेश कुमार, एसडीएम रंजीत कुमार, डॉ एचके शिंदे कमांडेंट चिकित्सा,संजीव कुमार द्वितीय कमान अधिकारी,पूर्णेन्दु प्रभाकर उप-कमांडेंट,मदन मोहन भट्ट उप-कमांडेंट, डॉ लीला सहायक कमांडेंट सहित वाहिनी में समस्त कार्मिक व अधिकारी मौजूद थे.12

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