आपदा एवं प्रबंधन मंत्री विजय कुमार मंडल ने कहा एक बेहतर इंसान के जाने का रहेगा मलाल 39-प्रतिनिधि, कुर्साकांटा कुर्साकांटा पंचायत के पूर्व मुखिया मो मुश्ताक अली के पिता 85 वर्षीय मो हनीफ का निधन मंगलवार को हो गया. उनके निधन की सूचना पर कुर्साकांटा प्रखंड सहित जिले के कई प्रबुद्धजन व राजनीति से जुड़ी हस्ती मुश्ताक अली के घर पहुंचे व उन्हें ढांढस बंधाया. वहीं सूचना पर भाजपा विधायक सह आपदा एवं प्रबंधन मंत्री विजय कुमार मंडल भी डहुआबाड़ी पहुंचे. उन्होंने कहा कि मो हनीफ ने अपनी पूरी जिंदगी मानवता सेवा को समर्पित किया, वे कभी भी हिंसा पर नहीं बल्कि हिंदू-मुस्लिम एकता को सर्वोपरि मानते थे, उनके निधन से एक बेहतर इंसान के जाने का हमेशा मलाल रहेगा. वहीं निधन की सूचना पर पूर्व आपदा एवं प्रबंधन मंत्री मो शाहनवाज आलम, समाजसेवी भूपेंद्र नारायण सिंह, पूर्व प्रमुख सुशील कुमार सिंह ने भी अपनी संवेदनाएं जाहिर की. उन्होंने कहा कि मो हनीफ के कार्यों का फलाफल हीं उनके पुत्र मो मुश्ताक अली को मिला, जिस कारण मो मुश्ताक अली को सामाजिक समरसता के आधार पर तीन कार्यकाल कुर्साकांटा पंचायत की सेवा करने का मौका मिला. वहीं मो मुश्ताक अली ने भी अपने पिता के रास्ते पर चलने का वचन दिया. बुधवार को जब जनाजे में भाग लेने का समय आया तो प्रखंड से हीं नहीं बल्कि जिले के तमाम इलाकों से लोगों ने डहुआबाड़ी पहुंच कर जनाजे में मिट्टी देकर उन्हें विदाई दी. इस दौरान कुर्साकांटा के प्रसिद्ध व्यवसायी व सुंदरी मठ न्यास समिति के कोषाध्यक्ष प्रणव गुप्ता, सुभाष साह, प्रदीप साह, शिक्षक प्रमोद मंडल, लोजपा नेता विद्यानंद पासवान, मुखिया प्रतिनिधि अरविंद कुमार मंडल, पंसस देवेंद्र कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह, अरविंद सिंह उर्फ चुन्ना सिंह, मितुल साह, राजेश मंडल, उप मुखिया मो इबरान, अब्दुल कादिर जिलानी, कमर आलम, मो शाहजहां, मो शहबाज, प्रेम प्रकाश सिंह लड्डू, श्रवण कुमार सिंह, सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.
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