:31- प्रतिनिधि, भरगामा
भरगामा प्रखंड में लगातार बदलते मौसम के कारण मौसमी बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. क्षेत्र में खांसी, जुकाम, एलर्जी व बुखार के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की ओपीडी में आने वाले लगभग 70% मरीज इन्हीं बीमारियों से पीड़ित हैं. सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी हुई है. अधिकतर वायरल बुखार, सर्दी-खांसी, गले में खराश व शरीर दर्द की समस्या लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. डॉक्टर मरीजों व उनके परिजनों को सावधानी बरतने व साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था सही नहीं होने के कारण नालों व गड्ढों में पानी जमा हो रहा है. जिससे मच्छरों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है. मच्छरजनित बीमारियों के खतरे को देखते हुये चिकित्सकों ने लोगों को स्वच्छता बनाये रखने व बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है. सीएचसी भरगामा के चिकित्सक डॉ संतोष कुमार के अनुसार, बदलते मौसम का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों व बुजुर्गों पर पड़ रहा है. दिन में तेज धूप व रात में ठंडक की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो रही है, जिससे लोग जल्दी बीमार हो रहे हैं.कहते हैं डाॅक्टर
भरगामा पीएचसी के डॉ सुनील कुमार ने कहा कि दो सप्ताह पहले अस्पताल में प्रतिदिन 20-25 मरीज आते थे, लेकिन अब यह संख्या तेजी से बढ़ रही है. हालांकि, अस्पताल में सभी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हैं, जिससे मरीजों को इलाज में किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही है. मौसम के अनुरूप कपड़े पहनें व ठंडी चीजों के सेवन से बचें. बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.———-बहेलिया नदी पर बना पुल जर्जर
कुर्साकांटा. कुर्साकांटा फारबिसगंज मार्ग पर मेंहदीपुर के निकट बहेलिया नदी पर बना पुल जर्जर होने से कभी भी बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. पुल एक किनारे पर धंस जाने के कारण आमजनों को आवागमन में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. बता दें कि फारबिसगंज जाने वाली मुख्य सड़क होने के कारण भारी वाहनों का आवागमन बना रहता है. जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. स्थानीय लोगों ने डीएम से पुल निर्माण की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

