भरगामा. पीएम आवास योजना में कथित अनियमितताओं को लेकर वीरनगर पश्चिम पंचायत में मामला तूल पकड़ता जा रहा है. स्थानीय ग्रामीणों ने डीएम सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को आवेदन देकर जांच की मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व के आवास सहायक मुन्ना द्वारा कई व्यक्तियों को दोबारा आवास योजना का लाभ दिलाया गया, जबकि जरूरतमंद गरीब परिवारों को योजना से वंचित रखा गया. आवेदन में बताया गया कि कुछ लाभार्थी पहले से ही मकान बना चुके हैं या अन्य स्थानों पर स्थायी रूप से निवास कर रहे हैं. इसके बावजूद उन्हें योजना का लाभ दिया गया. ग्रामीणों के अनुसार, जिन लोगों ने पहले ही योजना का लाभ लिया है, वे फिर से लाभान्वित हो रहे हैं. शिकायत में कुछ प्रमुख नाम व उनकी आवास आईडी भी दर्ज की गयी हैं. जिनमें शामिल हैं: सुलेखा खातून पति मुश्ताक – आइडी बीएच 146068363 संबुल खातून पति तौहिद – आइडी बीएच 144117669 मो मुश्ताक पिता तजमुल – आइडी बीएच 144327590 शमशाद पिता कुद्दूस – आइडी बीएच 143771048 शिकायतकर्ताओं के अनुसार कई लाभार्थी पहले से ही पक्के मकानों में रह रहे हैं. कुछ अन्य शहरों में स्थायी रूप से बस चुके हैं. फिर भी उन्हें योजना के तहत वित्तीय सहायता दी गयी. ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि आवास योजना में नाम जोड़ने के लिए रिश्वत ली जा रही है. उनका कहना है कि नाम जोड़ने के लिए एक हजार तक की मांग की जाती है, जबकि पहले से लाभ प्राप्त कर चुके लोगों को फिर से शामिल करने के बदले पांच हजार तक की रिश्वत वसूली गयी. शिकायतकर्ताओं में मो चंगेज, मो इम्तियाज, मो सलाम, मो सोनू, मो राहील, मो शहजाद, नोमान राजा, कलाम, तारीक आलम, मुजाहिद, रहमतुल्लाह, अरविंद राम, प्रकाश राम, मिथिलेश राम सहित कई अन्य लोग शामिल हैं. ग्रामीणों ने डीएम से संपूर्ण मामले की निष्पक्ष जांच कराने व दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. ताकि वास्तविक जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री आवास योजना का सही लाभ मिल सके.
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