अररिया. नालसा नयी दिल्ली व बालसा पटना के निर्देश के आलोक में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डीएलएसए के तत्वावधान में न्याय मंडल अररिया में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. इसकी अगुआई न्याय मंडल अररिया के प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश गुंजन पांडेय ने की. न्याय मंडल अररिया के प्रांगण में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 1625 सुलहनीय मामलों का निबटारा पक्षकारों की मौजूदगी में उनकी आपसी सहमति व रजामंदी के आधार पर किया गया. प्रथम सत्र में राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश गुंजन पांडेय ने दीप प्रज्वलित कर किया. दीप प्रज्वलन के इस कार्य में फैमिली जज अविनाश कुमार, एडीजे-01 मनोज कुमार तिवारी, डीएम, एसपी व अवर न्यायाधीश सह डीएलएसए सेक्रेटरी रोहित श्रीवास्तव ने अपनी सहभागिता रखी. उपस्थित वक्ताओं ने राष्ट्रीय लोक अदालत की महत्ता पर विशेष रूप से प्रकाश डालते हुए वादकारियों से सुलह समझौता करने की अपील की गयी. उद्घाटन सत्र के मौके पर डीजे डिवीजन व सीजेएम डिवीजन से जुड़े न्यायिक पदाधिकारियों के अलावा डीएलएसए के पैनल अधिवक्ता, एलएडीसी के सभी पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी व कोर्ट कर्मी मौजूद दिखे. बताया गया कि दूसरे सत्र में राष्ट्रीय लोक अदालत शिविर में सुलहनीय आपराधिक वादों के 638 मामले, मैट्रीमोनियल के 12 केसेस, बीएसएनएल, मोटर व्हक़ील चालान मेटर्स सहित अन्य कंपाउनडबल मामलों के 59 केसेस, एग्जीक्यूटिव साइड पुराना धारा 107 सीआरपीसी नया धारा 126 बीएनएसएस के तहत 192 मामलो का निबटारा समझौता के बिंदु पर किया गया. वहीं जिले के सभी बैंक मिलकर कुल 777 मामलों में 03 करोड़ 87 लाख 30 हजार 840 रुपये समझौता के तहत 02 करोड़ 46 लाख 17 हजार 996 रुपये वसूली किया गया. अवर न्यायाधीश सह डीएलएसए सेक्रेटरी रोहित श्रीवास्तव ने जानकारी दिया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक मामलो के लिये 17 बैंच बनाये गये. इसमें 16 बेचों में न्यायिक पदाधिकारी व गैर न्यायिक पदाधिकारी के रूप में अधिवक्ता रहें व 17 वें बैंच में कार्यपालिका की ओर से डीएम की ओर से प्रतिनियुक्ति अधिकारी मौजूद थे. मंच का संचालन जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष विनोद प्रसाद ने की. जबकि धन्यवाद ज्ञापन डीएलएसए सेक्रेटरी रोहित श्रीवास्तव ने की.
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