अररिया : जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में जदयू प्रत्याशी मुर्शीद आलम के पक्ष में चुनाव सभा को संबोधित करने के लिए मुख्यमंत्री गुरुवार को उदाहाट पहुंचे. सभा में उन्होंने कहा कि हमारी तो सोच रही है कि इंसाफ के साथ तरक्की हो और हर समुदाय का विकास हो. जब हमारी सरकार बनी थी तो राज्य का बजट मात्र 30 हजार करोड़ का हुआ करता था. आज यह एक लाख 80 हजार करोड़ का होता है. अल्पसंख्यकों के लिए बजट जहां पहले चार करोड़ था,
वहीं हमारी सरकार में 800 करोड़ है. हम 2005 से ही काम कर रहे हैं. हम वोट मांगने नहीं, सिर्फ आपके दरबार में हाजिरी लगाने अाये हैं. फैसला तो आपको करना है कि सिर्फ जुबानी बयान के आधार या काम के आधार वोट मिलना चाहिए. मुख्यमंत्री ने संबोधन की शुरुआत रमजान की शुभकामना के साथ की. कहा, मतदाताओं पर उन्हें पूर्ण विश्वास है कि जब जदयू प्रत्याशी का नाम ही एक नंबर पर है तो फिर भला उन्हें दो नंबर पर कैसे करेंगे. वर्ष 2005 से ही जदयू की सरकार है तो फिर भला इस बार जनता क्यों नकारेगी. उन्होंने उदाहाट को प्रखंड बनाने की मांग पर कहा कि ब्लॉक के
जुबानी बयान पर…
पुनर्गठन के लिए कमेटी बनायी गयी है. जब भी ब्लॉक का निर्माण होगा, उदाहाट को नंबर पहले आयेगा. टूटे पुल-पुलिया और सड़कों के संबंध में सीएम ने कहा कि अभी चुनावी दौरा है. ज्यादा कुछ नहीं बोल सकते. गांव घूमना और विकास करना तो हमारी प्राथमिकता रहती है.
शाहनवाज आलम ने भी उदाहाट को प्रखंड का दर्जा देने की मांग की
सभा में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज आलम ने भी उदाहाट को प्रखंड का दर्जा दिये जाने के साथ-साथ मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए शब्दबाण चलाये. सभा को विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी, पूर्व शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी, ऊर्जा व मद्य निषेध मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, विधान पार्षद ललन सर्राफ, पूर्व सांसद प्रदीप कुमार सिंह, पूर्व राज्यमंत्री सह विधायक विजय कुमार मंडल, जिप अध्यक्ष पप्पू अजीम, विधान पार्षद खालीद अनवर, जदयू जिलाध्यक्ष संजय राणा, भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष सुराना, देवानंद मंडल, जिप सदस्य सह भाजपा नेता गुलशन आरा, कौशर जिया आदि ने भी संबोधित किया.
हमारी सोच, इंसाफ के साथ तरक्की, हर समुदाय का िवकास
जिन्हें दो बार जिताया, वे भाग गये
मुख्यमंत्री ने सभा में जहां राजद सांसद सरफराज आलम पर निशाना साधा, वहीं अल्पसंख्यक, अति पिछड़ा और एससी-एसटी मतदाताओं को रिझाने के लिए उनके लिए चलाये जा रहे योजनाओं की जानकारी भी दी. उन्होंने कहा कि यहां से जिसे जदयू ने दो बार जिताकर विधानसभा भेजा, वे सत्ता के लोभ में भाग गये. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अब एससी-एसटी और अति पिछड़े अभ्यर्थियों को बिहार लोक सेवा आयोग का पीटी पास करने पर 50 हजार रुपये और संघ लोक सेवा आयोग का पीटी पास करने पर एक लाख रुपये देगी. साथ ही सरकारी छात्रावासों रहनेवाले एससी-एसटी व ओबीसी-ईबीसी छात्रों को हर माह 15 किलो अनाज और प्रतिमाह एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.