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पेट्रोल पंप मैनेजर का पहले गला दबाया, फिर सिर को कुचला
पंडारक के टाल क्षेत्र की घटना, पुलिस जांच में जुटी पटना/पंडारक : टाल क्षेत्र के कोंदी गांव के निकट मंगलवार की रात अपराधियों ने मेसर्स गीता सर्विस सेंटर पेटोल पंप के 50 वर्षीय मैनेजर अजीत प्रसाद सिंह की हत्या कर दी. शव को देखने से प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि उनके गले को […]
पंडारक के टाल क्षेत्र की घटना, पुलिस जांच में जुटी
पटना/पंडारक : टाल क्षेत्र के कोंदी गांव के निकट मंगलवार की रात अपराधियों ने मेसर्स गीता सर्विस सेंटर पेटोल पंप के 50 वर्षीय मैनेजर अजीत प्रसाद सिंह की हत्या कर दी. शव को देखने से प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि उनके गले को मफलर से दबाया गया और फिर सिर को कुचल दिया गया है. मैनेजर की मौत के बाद अपराधियों ने शव को कोंदी-टाडापर अलंग के बीच मिल्की खंधा के पास लगे मसूर के एक खेत में फेंक दी और फरार हो गये. बुधवार कि सुबह जब ग्रामीणों ने खेत में पड़े शव को देखा, तो इसकी सूचना पुलिस को दी. बाढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी, पंडारक थानाध्क्षक दिवाकर कुमार विश्वकर्मा दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में ले लिया.
स्थानीय होने के कारण उसकी पहचान अजीत कुमार सिंह के रूप में की गयी. अजीत बडडोपुर का रहनेवाला था. घटना के बाद लोगों ने कोंदी बरविगहा सडक को जाम कर दिया और अपराधियों की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग की. पुलिस ने उसके पॉकेट से पर्स बरामद किया है. जिसमें 1100 रुपये थे. अजीत सिंह एक मान्यता प्राप्त कॉलेज में शिक्षक भी थे. लेकिन वेतन सही से नहीं मिलने के कारण पेट्रोल पंप पर मैनेजर के रूप में काम करते थे.
पेट्रोल पंप की चाबी और मोबाइल था गायब : पुलिस ने अजीत सिंह के हर पॉकेट की तलाशी ली. लेकिन, चाबी और मोबाइल फोन नहीं मिला. इसका मतलब है कि अपराधी अपने साथ मोबाइल फोन और पेट्रोल पंप की चाबी भी ले गये थे. उन लोगों ने चाबी की मदद से पेट्रोल पंप खोल कर रुपये भी लिये हैं. हालांकि, पुलिस फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं कर रही है कि पेट्रोल पंप से रुपये गायब हुए हैं. साथ ही यह भी स्पष्ट हो चुका है कि अपराधियों को इसकी जानकारी थी कि पेट्रोल पंप की चाबी उनके पास ही रहती है, इसलिए उन्हें ही उन लोगों ने निशाने पर लिया.
अज्ञात अपराधियों पर प्राथमिकी दर्ज : उधर पेटोल पंप के मालिक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पेट्रोल व डीजल की बिक्री का हिसाब होने के बाद ही यह पता चलेगा कि रकम मैनेजर अपने पास ले गये थे कि नही? उन्होंने बताया कि मंलगवार को वे बाहर गये हुए थे. आज सुबह घटना की सूचना मिलते ही पहुंचे है. मृतक के गांव बडडोपुर में इस घटना के बाद शोक की लहर दौड़ गयी हैं. गांव के संजीव कुमार सिंह बताते है कि मृतक काफी गंभीर तथा खुशमिजाज किस्म के व्यक्ति थे. उनका किसी से कोई विवाद नहीं था. घटना स्थल पर मौजूद सीओ रामाआगर ठाकुर ने बताया कि मृतक के परिवार को परिवारिक लाभ योजना के तहद 20 हजार रुपये की राशि दी गयी है.
अजीत प्रसाद सिंह प्रतिदिन पेटोल पंप को लगभग 9 बजे रात में बंद कर साइकिल से अपने गांव बडडोपुर जाते थे. कभी-कभी तेल कि टैकलोरी आने में तथा उसको खाली करने में देर होने पर वे देर रात घर पहुंचते थे. उनका घर पेट्रोल पंप से दो किलोमीटर की दूरी पर है. रात में जब वे अपने घर नहीं पहुंचे, तो परिजनों को चिंता हुई और खोजबीन शुरू हुई.
हालांकि, उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला और सुबह में शव मिलने की जानकारी भी मिल गयी. देर रात परिजनों ने पंप पर भी उनकी खोजबीन की. लेकिन, पंप पर ताला लगा हुआ पाया था. बहुत प्रयास के बाद भी परिजनों को जब वे नहीं मिले, तो वे लोग घर लौट गये थे. बुधवार की सुबह जब खेत में एक लाश मिलने कि बात आयी, तो परिजन वहां पहुंचे, तो उन्होंने शव की पहचान की. अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने बताया प्रथम दृष्टया लगाता है कि हत्यारों ने उनकी हत्या अन्यत्र कर शव को यहां लाकर फेंक दिया है. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि बिक्री के पैसे लूटने के लिए अपराधियों ने उनकी हत्या की है.
क्योंकि, पंप के अंदर एक दराज में पैसे रखे थे और अजीत के पॉकेट से भी 1100 बरामद किये गये हैं. इससे पुलिस का अनुमान है कि यह मामला लूट का नहीं है. उन्होंने बताया कि अजीत का साइकिल और जूता भी बरामद किया गया है. पुलिस ने गोली से हत्या होने की पुष्टि नहीं की है. उनकी हत्या उनके ही मफलर से गला दबा कर की गयी है और बाद में सिर कूंचा गया है.
पटना : मोकामा और पंडारक इलाके में एक गिरोह सक्रिय हो गया है, जो पेट्रोल पंप और उसके कर्मचारियों को अपने निशाने पर ले रखा है. नवंबर माह में मोकामा इलाके के मरांची थाने के बादपुर गांव में एनएच 80 पर स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप से 24 हजार की लूट, बख्तियारपुर फोर लेन पर स्थित पेट्रोल पंप पर लूट की घटना और फिर पंडारक के कुंदी गांव के पास स्थित पेट्रोल पंप के मैनेजर अजीत सिंह की हत्या ने इस बात की पुष्टि कर दी है. सूत्रों का कहना है कि अजीत सिंह की हत्या भी पेट्रोल पंप के पैसों को लेकर ही की गयी थी, हालांकि पुलिस ने लूट की घटना से इनकार किया है.
वैशाली में भी कई पेट्रोल पंप लूटे गये : इस साल पटना से सटे वैशाली जिले में भी कई पेट्रोल पंप लूट गये. अप्रैल माह में अपराधियों ने वैशाली के सदर इलाके में पेट्रोल पंप से तीन लाख और टाउन इलाके से साढ़े चार लाख की लूट की. हालांकि इन दो घटनाओं के बाद पेट्रोल पंप पर पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गयी थी और फिर कोई घटना घटी. वैशाली के अलावा अन्य जिलों में भी पेट्रोल पंप और उसके कर्मचारी हमेशा अपराधियों के निशाने पर रहे है.
सरगना जेल में, गुर्गे कर रहे काम : मोकामा, पंडारक, बाढ़ इलाके के कुख्यात अपराधी अभी जेल में हैं. अपराधी भोला सिंह पहले से ही जेल में है और अभी तीन दिन पहले पुलिस ने रघुनाथ सिंह को भी पकड़ कर जेल भेज दिया था. लेकिन सूत्रों का कहना है कि गिरोह के सदस्य अभी भी उस इलाके में सक्रिय है और अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इन गिरोहों के सदस्यों पर भी पुलिस की नजर है.
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