पटना (पीटीआई) : बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नेता नीतीश कुमार ने आज कहा है कि जनता परिवार के सभी छः दलों का विलय कर नया दल बनाने की प्रक्रिया चल रही है मगर इन सभी दलों के विलय की तिथि की घोषणा करने से नीतीश ने इंकार कर दिया. इस विलय में जनता दल (यू), राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, समाजवादी जनता पार्टी, जेडी (एस) और लोकदल शामिल हैं.
मीडिया में आई रिपोर्टों के अनुसार, पहले ये खबर सामने आई थी कि जनता परिवार के इन सभी दलों का विलय कर नई पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह की घोषणा रविवार, 5 अप्रैल को कर दी जाएगी.
इस बारे में बोलते हुए नीतीश ने कहा कि, 5 अप्रैल का दिन जनता परिवार के दलों के विलय की घोषणा के लिए निश्चित नहीं हुआ है. इसके लिए उचित तारीख का निर्णय समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव करेंगे क्योंकि ऐसा करने के लिए सबकी राय पर उन्हें ही अधिकृत किया गया है. नीतीश ने ये बातें पटना में बाबू जगजीवन राम रिसर्च सेंटर में एक कार्यक्रम के दौरान कहीं.
इस बारे में विस्तार से बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि, 5 अप्रैल को आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद पटना में रहेंगे क्योंकि उस दिन उनकी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की सभा है. ऐसे में इस दिन जनता परिवार के विलय की घोषणा करने का सवाल ही नहीं पैदा होता.
राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि 5 अप्रैल को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग है जो इसी विलय के मुद्दे और वर्तमान में देश की राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बुलाई गयी है.
जनता परिवार के विलय के बारे में पूछे जाने पर पूर्वे ने कहा कि जहां तक उनकी जानकारी है, इस विषय पर नयी दिल्ली में भी उसी दिन समाजवादी पार्टी की एक सभा होनी है.
बिहार में आसन्न विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विलय की कोशिशों में तेजी दिखाई देने लगी है. हाल ही में, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के अलावा ओम प्रकाश चौटाला और शरद यादव से भी मुलाकात की थी. ऐसे में, अगर ये विलय होता है तो बिहार में होने वाला चुनाव संयुक्त जनता परिवार के लिए पहली परीक्षा होगा.
