मुंगेर : स्थानीय पुलिस ने हवेली खड़गपुर प्रखंड की मुढ़ेरी पंचायत के मुखिया कुंदन मंडल एवं गया के दीपू साह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. इसके पहले पुलिस ने पूछताछ की, जिसका वीडियो भी बनाया गया. पूछताछ में दोनों तस्करों ने बताया कि म्यांमार से हथियार की तस्करी कर नागालैंड के दीमापुर लाया जाता था.
वहां इन हथियारों को कटिहार, किशनगंज एवं पूर्णिया के रास्ते मुंगेर लाया जाता था. इन हथियारों की बिक्री बिहार एवं झारखंड में की जाती रही है. एसपी बाबू राम ने बताया कि एके-47 मामले में गिरफ्तार मो. मंजर आलम ने बताया था कि कुंदन मंडल एवं दीपु साह से हथियारों की खरीद-फरोक्त करता था. उसने कुंदन मंडल को 5000 इंसास के कारतूस दिये थे.
इसके आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया गया. सितंबर 2016 में किशनगंज में एसटीएफ ने तीन हथियार तस्करों को चेक गणराज्य निर्मित एक ऑटोमेटिक पिस्टल, दो मैग्जीन व छह कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था. जिसमें मुंगेर का क्रांति शर्मा एवं भागलपुर का बिट्टू कुमार व गया का दीपु कुमार शामिल था.
ब्रेटा व ग्लॉक पिस्टल, एके-47 व एके-56 की होती रही तस्करी
हवेली खड़गपुर प्रखंड के मुढ़ेरी पंचायत निवासी कुंदन मंडल कुख्यात हथियार तस्कर है. वह इंडियन हथियार ही नहीं बल्कि विदेशी हथियारों का भी कारोबार करता है. वह कई बार हथियार तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है. इस बार पंचायत चुनाव में वह मुढ़ेरी का मुखिया बन गया. लेकिन कुंदन मंडल का इतिहास हथियार कारोबार में काफी पुराना है.
उसकी संपत्ति भी जब्त हो चुकी है. बताया जाता है कि वर्ष 2012 में नयारामनगर थाना पुलिस ने एक कार से विदेशी हथियार ग्लॉक पिस्टल बरामद किया था. जिसके बाद कुंदन मंडल का नाम सुर्खियों में आया.
झारखंड के देवघर में एक नेता के हाथों बेचे थे हथियार
एसपी ने बताया कि लखीसराय जिले के पीरीबाजार थाने के बबुआ बाजार निवासी पंचम शर्मा मुंगेर के पुरानीगंज में भी रहा था. लेकिन कुछ दिनों बाद ही वह वर्षों पूर्व नागालैंड चला गया. नागालैंड के दीमापुर में उसने लाइसेंसी हथियार की दुकान खोल ली. इन हथियार तस्करों की पहचान पंचम शर्मा से हुई और ये लोग उसके साथ मिल कर विदेशी हथियार का कारोबार शुरू किया.
कुंदन व दीपू ने बताया कि म्यांमार देश के तांबू से ब्रेटा, ग्लॉक जैसी विदेशी पिस्टल के साथ ही एके-47, एके-56 पंचम की दुकान में पहुंचता था. एसपी ने बताया कि अब तक इन लोगों ने छह ब्रेटा पिस्टल, 4 ग्लॉक पिस्टल, पांच एके-47, एक एके-56 एवं तीन कारबाइन बेच चुका है. अधिकतर हथियार झारखंड के देवघर में एक नेता को बेचा गया था, जो हथियारों का बड़ा कारोबारी था.
