पटना: जीतन राम मांझी मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद विक्षुब्ध जदयू विधायकों के बागी तेवर अख्तियार करने के बीच केंद्रीय खाद्य एवं जनवितरण प्रणाली मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार में छह महीने के भीतर मध्यवाधि चुनाव का दावा करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश में होने वाले अगले बिहार विधानसभा चुनाव में राजग लोकसभा चुनाव से भी बेहतर प्रदर्शन करेगी.
पटना में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए रामविलास ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जदयू की करारी हार के बाद से ही उस पार्टी में उहापोह की स्थिति बनी हुई है और उस दल के पास प्र्याप्त संख्या में विधायक होने के बावजूद वह राज्यसभा की तीन सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार नहीं दे पा रही है.
लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और मांझी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उन्होंने नीतीश पर रिमोट के जरिए सरकार चलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, अगर नीतीश कुमार की नीयत साफ होती तो वे यह घोषणा करने के बजाए कि अगले बिहार विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर वे मुख्यमंत्री पद को संभालेंगे, यह घोषणा करते कि विधानसभा चुनाव के बाद भी मांझी ही मुख्यमंत्री होंगे.
रामविलास पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव के बाद अपनी पार्टी की करारी हार और उसके बाद पार्टी के भीतर उत्पन्न स्थिति से लोगों का ध्यान हटाने के लिए ऐसा किया. उन्होंने कहा कि हमलोग इस सरकार को गिराने का कोई प्रयास नहीं करेंगे बल्कि जदयू में फूट के कारण यह सरकार स्वयं गिर जाएगी और उक्त पार्टी टूट जाएगी.
केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल और स्वच्छता राज्य मंत्री तथा राजग के घटक दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को अगले बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने की चर्चा से जुडे एक प्रश्न पर रामविलास ने कहा कि लोकसभा का चुनाव अलग था जिसमें नरेंद्र मोदी गठबंधन के सर्वमान्य नेता थे और उनके नेतृत्व में हमलोग चुनाव लडे लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव का समय आने पर राजग के केंद्रीय नेता साथ बैठकर इसबारे में निर्णय लेंगे.