नयी दिल्ली : भारत की टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा के लिए पिछले दशक में उनके करियर में कई खुशनुमा पल रहे हैं लेकिन विश्व नंबर एक बनने की उपलब्धि ऐसी है कि उन्हें यह सपने जैसा महसूस हो रहा है हालांकि सानिया ने हमेशा ही यह उपलब्धि हासिल करने का सपना देखा था.
मार्टिना हिंगिस के साथ जोडी बनाने के बाद से सानिया ने पिछले तीन टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा है और चार्ल्सटन (अमेरिका) में मिली जीत के साथ वह डब्ल्यूए की युगल रैंकिंग में शीर्ष पायदान पर पहुंच गयी हैं. यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह भारत की केवल तीसरी खिलाड़ी है. उनसे पहले लिएंडर पेस और महेश भूपति उपलब्धि टेनिस युगल में शीर्ष स्थान पर रह चुके हैं.
हैदराबाद की खिलाड़ी ने चार्ल्सटन से कहा, मैं बहुत उत्साहित हूं. मुझे सपने जैसा महसूस हो रहा है. मैंने हमेशा यह सपना देखा था और इसे हासिल कर सच में उत्साहित हूं. अपने 12 साल के टेनिस करियर में सानिया ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और उनका यह सफर सफलता और निराशा के पलों से भरा परा है.
इन पलों में ग्रैंड स्लैम जीतना, अपने पेशेवर करियर के विस्तार के लिए एकल छोड़ने जैसे कई पल शामिल हैं. यह पूछे जाने पर इतने उतार चढाव के बाद विश्व नंबर एक बनना उनके लिए क्या मायने रखता है, सानिया ने कहा, यह मेरे लिए सबकुछ है. यह सबके लिए, मेरे परिवार और मेरे लिए एक सपना था. मैं यह हासिल कर और अपना सर्वश्रेष्ठ टेनिस खेलकर हमने जिस तरह पिछले पांच हफ्तों में ऐसा किया उससे खुद को गौरवांवित महसूस कर रही हूं.