नयी दिल्ली : खेल मंत्रालय ने भले ही स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल के नाम की सिफारिश पद्म भूषण के लिये कर दी हो लेकिन वह इस प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित हो पाएंगी या नहीं इसको लेकर अब भी अनिश्चितता बनी हुई है क्योंकि गृह मंत्रालय ने इस तरह के आवेदनों को जमा करने की अंतिम समयसीमा पिछले साल 15 सितंबर रखी थी.
लेकिन राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या गृह मंत्री आखिरी क्षणों में भी सात सदस्यीय पदम पुरस्कार समिति के सामने किसी नाम की सिफारिश कर सकते हैं. इस समिति का अध्यक्ष कैबिनेट सचिव होता है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि साइना के नाम की किसी अन्य ने सिफारिश कर दी हो क्योंकि चयन पैनल को इस साल लगभग 2500 नामांकन मिले हैं.
खुद भी अपने नाम की सिफारिश की जा सकती है. इसके अलावा चयन समिति को यदि लगता है कि कोई व्यक्ति सम्मान का दावेदार है लेकिन उसके नाम की सिफारिश नहीं गयी है तो वह खुद इस नाम पर विचार कर सकती है.
सूत्रों ने कहा कि चयन पैनल ने पहले ही दो दौर की बैठकें कर ली है और अंतिम सूची तैयार किये जाने से पहले दो दौर की बैठकें और होने की संभावना है. गृह मंत्रालय को पदम पुरस्कारों के लिये 2014 में 1878 नामांकन मिले थे. इसके बाद समिति ने दो व्यक्तियों को पद्म विभूषण, 24 को पदम भूषण और 101 को पद्मश्री देने का फैसला किया था. कैबिनेट सचिव के अलावा समिति के अन्य सदस्यों में गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव और विभिन्न क्षेत्रों की तीन हस्तियां शामिल होती है.