बासेल : भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने बीडब्ल्यूएफ विश्व चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त चीनी ताइपे की तेइ झू यिंग को हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है. वहीं, बी साई प्रणीत ने भी इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी पर सीधे गेम में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. इसके साथ सिंधू और प्रणीत ने टूर्नामेंट में अपने पदक पक्का कर लिये. दूसरी ओर साइना नेहवाल को प्री क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.
सिंधू इससे पहले इस टूर्नामेंट दो रजत और दो कांस्य पदक जीत चुकी हैं. इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के पिछले दो आयोजनों में रजत पदक जीतने वाली सिंधू ने विश्व रैंकिंग की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी को पिछड़ने के बाद बेहद ही रोमांचक मुकाबले में 12-21, 23-21, 21-19 से हराया. ओलिंपिक रजत पदक विजेता 24 साल की सिंधू फाइनल में जगह पक्की करने के लिए चीन की चेन यू फेइ और डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट के बीच होने वाले एक अन्य क्वार्टर फाइनल की विजेता से भिड़ेंगी.
प्रणीत ने पुरुष एकल में भारतीय खिलाड़ी के पदक जीतने का पिछले 36 साल का इंतजार खत्म कर दिया. इस साल अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गये विश्व में 19वें नंबर के प्रणीत ने क्वार्टर फाइनल में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और विश्व में चौथे नंबर के जोनाथन पर 24-22, 21-14 से जीत दर्ज कर इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपने लिए पदक पक्का किया. दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण इस प्रतियोगिता में पुरुष एकल में पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे. उन्होंने 1983 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. प्रणीत ने 2017 में सिंगापुर ओपन जीता था और वह इस साल के शुरू में स्विस ओपन में उप विजेता रहे थे.
इससे पहले साइना नेहवाल को प्री क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट ने एक घंटे 12 मिनट तक चले मैच में 15-21, 27-25, 21-12 से हराया. हारने के बाद अंपायरिंग के स्तर पर निशाना साधते हुए साइना ने इसे बेहद ही खराब करार दिया. मैच के दौरान आम तौर पर कोर्ट के बाहर बैठने वाले उनके पति और भारतीय खिलाड़ी परुपल्ली कश्यप ने भी इस करीबी हार के बाद अंपायरिंग पर निराशा व्यक्त की.
लंदन ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना ने ट्वीट किया, मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है दूसरे गेम में अंपायर ने दो बार मैच प्वाइंट को मेरे हक में नहीं दिया. दूसरे गेम के बीच में अंपायर ने मुझसे कहा, लाइन अंपायर को अपना काम करने दें और यह मेरी समझ से परे है कि अंपायर मैच प्वाइंट के फैसले को कैसे पलट सकते हैं. बेहद ही खराब. साइना ने इस टूर्नामेंट में जकार्ता में 2015 में रजत और ग्लास्गो में 2017 में कांस्य पदक जीता था. साइना का मुकाबला जिस कोर्ट पर खेला जा रहा था वहां लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा नहीं थी. ऐसे में वीडियो रेफरल का विकल्प नहीं था.