वर्ल्ड कप मैचों के दौरान इस्तेमाल हो रहे वैनिशिंग स्प्रे अब घर में भी आ रहा है काम
पटना : फुटबॉल महाकुंभ में महिला फैन्स की कोई कमी नहीं है. हर मैच में पुरुष खेल प्रेमियों के साथ महिला खेल प्रेमी भी अपने नये फैशन ट्रेंड्स के साथ स्टेडियम में अपनी टीम की हौसला अफजाई करती हुई दिख जाती हैं, पर ऐसा सभी जगह नहीं है. टीवी पर फुटबॉल मैच देखनेवाले दर्शकों में महिलाओं की संख्या कम ही है. ऐसे में वैसी महिलाएं, जिनका फुटबॉल में इंट्रेस्ट नहीं है, वे अपने पति और प्रेमियों को भी इस खेल के रोमांच से महरूम रखना चाहती हैं. यह स्थिति भारत सहित अन्य देशों में भी है.
ज्यादा तर महिलाएं नहीं चाहतीं कि उनके पति सारा काम छोड़ फुटबॉल मैच देखने के लिए टीवी से चिपके रहें. इसका काट निकालने के लिए बहुत-से लोगों ने नया फॉर्मूला इजाद किया है. बीवी या प्रेमिका गेम के दौरान परेशान न करें इसके लिए वैनिशिंग स्प्रे का उपयोग करते हैं. यह वही स्प्रे है, जिसका इस्तेमाल Aरेफरी करते हैं ताकि खिलाड़ी फ्री किक के समय निश्चित सीमा से आगे न आये.
फैन्स वैनिशिंग स्प्रे के बदले सेविंग फोम का भी प्रयोग कर रहे हैं. वे टीवी रूम या सोफा से थोड़ी दूरी पर फोम से स्प्रे कर ‘लक्ष्मण रेखा’ बना देते हैं, जिसे महिला साथियों को मैच के दौरान टीवी से दूर रखा जा सके.
इसके अलावा कुछ लोग वैसे स्प्रे या रूम फ्रेशनर का उपयोग करते हैं, जिसका गंध महिलाओं को पसंद न हो. बहुत-से लोग बीवी को टीवी से दूर रखने के लिए शेविंग फोम का भी उपयोग करते हैं. माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर इस मुद्दे को लेकर खासा बहस चल रहा है. हालांकि, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि बीवी से छुटकारा पाना और मैच का निर्बाध लुत्फ उठाना इतना आसान भी नहीं है.
क्या है वैनिशिंग स्प्रे
– वैनिशिंग स्प्रे में लगभग 80 प्रतिशत पानी, 19 प्रतिशत ब्यूटेन गैस और शेष सर्फैक्टंट और दूसरे इंग्रेडियेंट्स मिलाये होते हैं.
– सबसे पहले इसका उपयोग साल 2000 में ब्राजील में ही ब्राजीलियन चैंपियनशिप में हुआ.
– इसका कमर्शियल वजर्न साल 2002 में अज्रेटीना के पाब्लो सिल्वा ने बनाया.