Women World Cup: महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रही क्रांति गौड़ की सफलता की कहानी बहुत ही मार्मिक है. क्रांति अपनी तेज गेंदबाजी प्रतिभा के लिए चुनी गईं और विश्व कप से कुछ महीने पहले ही अंतरराष्ट्रीय टीम में शामिल की गईं. गौड़ ने खुलासा किया था कि उनकी सबसे बड़ी इच्छा अपने पिता को न्याय दिलाना था, जो उनके गृह जिले छतरपुर में एक पूर्व पुलिस कांस्टेबल थे. क्रांति का कहना है कि उन्हें 2012 में पुलिस बल से गलत तरीके से हटा दिया गया था, जब वह चुनावी ड्यूटी पर थे. Kranti Gaur father gets justice after daughter becomes world champion get job after 13 years
क्रांति के पिता को फिर से मिलेगी पुलिस की नौकरी
तेज गेंदबाज ने विश्व कप जीत के बाद अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश में वापसी की और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उन्हें सम्मानित किया और उनके पिता को पुनः पुलिस बल में शामिल होते देखने और उनकी इच्छा पूरी कर दी. क्रांति ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक साक्षात्कार में ये बताया. भोपाल स्थित मुख्यमंत्री आवास में आयोजित समारोह में सीएम डॉ मोहन यादव ने उन्हें सम्मानित करते हुए कहा, ‘क्रांति ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है. यह उचित ही है कि उसके पिता का सम्मान भी बहाल हो.’
वर्ल्ड कप जीतते ही करोड़पति बनीं क्रांति
क्रांति के पिता मुन्ना लाल गौड़ 2012 में सस्पेंड कर दिए गए थे और इस वजह से क्रांति और उनके परिवार को काफी मुश्किल हालातों से गुजरना पड़ा. उनके बड़े भाई ने बस कंडक्टर की नौकरी कर अपने परिवार को पालन-पोषण किया. क्रांति 8 भाई-बहन हैं. इस गेंदबाज ने बताया था, ‘ऐसे भी दिन थे जब हमारे पास एक वक्त का खाना भी नहीं होता था.’ अब विश्व कप विजेता बनने के बाद, क्रांति ने अपने और अपने परिवार की किस्मत अपने हाथों में ले ली. बीसीसीआई ने वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम और सपोर्ट स्टाफ को 51 करोड़ रुपये नकद पुरस्कार की घोषणा की, जिससे क्रांति जैसी खिलाड़ियों की बड़ी मदद हो जाएगी.
गौड़ ने विश्व कप में किया शानदार प्रदर्शन
क्रांति गौड़ विश्व कप में 8 मैचों में 9 विकेट लिए, उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ रहा, जहां उन्होंने 20 रन देकर 3 विकेट चटकाए. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप स्टेज के अहम मैच में भी 2 विकेट लिए. क्रांति ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलियाई की पारी में एलिसा हीली को शुरुआत में ही आउट कर दिया, जिससे ऑस्ट्रेलिया को बड़ा नुकसान हुआ. गौड़ का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा, क्योंकि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने घोषणा की है कि 15 नवंबर को राज्य में आदिवासी गौरव दिवस के रूप में जबलपुर में गौड़ को सम्मानित करने के लिए उनके गृह राज्य में उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाया जाएगा.
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