मोहाली : रवींद्र जडेजा ने बेहतरीन शतकीय पारी खेलकर फिर साबित कर दिया कि वह अभी देश के शीर्ष आलराउंडर हैं, जबकि उनके स्पिन जोड़ीदार रविचंद्रन अश्विन ने अर्धशतक जमाया. दोनों की इस साझेदारी के दम पर भारत ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 574 रन पर घोषित कर दी. जडेजा अपना दोहरा शतक पूरा नहीं कर पाये. जडेजा ने 228 गेंदों का सामना किया, जिसमें 17 चौके और 3 छक्के जमाये.
जडेजा ने 228 गेंद पर बनाए नाबाद 175 रन
रवींद्र जडेजा (228 गेंदों पर नाबाद 175 रन) ने 17 चौकों और 3 छक्कों की मदद से अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक पूरा किया. जबकि अश्विन (82 गेंदों पर 61 रन) ने उपमहाद्वीप की पिचों पर बल्लेबाजी में अपना अच्छा रिकार्ड बरकरार रखते हुए 12वां अर्धशतक पूरा किया. रवींद्र जडेजा के लिए यह शतक काफी मायने रखता है क्योंकि घुटने की चोट के कारण वह इस सत्र में चार टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाये थे.
जडेजा-अश्विन ने की 130 रन की साझेदारी
रवींद्र जडेजा और अश्विन ने सातवें विकेट के लिए 130 रन जोड़े जिससे श्रीलंका की वापसी की संभावनाओं को भी करारा झटका लगा. इन दोनों के शानदार प्रयास से भारत ने पहले सत्र में 27 ओवरों में 111 रन जोड़े. श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने रक्षात्मक क्षेत्ररक्षण लगाया जिससे पता लगता है कि उनकी टीम किस तरह से दबाव में है.
अश्विन ने जड़ा अर्धशतक
इसका असर यह हुआ कि जडेजा और अश्विन ने आसानी से एक दो रन बटोरे और बीच बीच में चौके भी लगाए. श्रीलंका को आखिर में लंबे इंतजार के बाद सुरंगा लखमल ने सफलता दिलायी जिनकी शार्ट पिच गेंद अश्विन के दस्ताने को चूमकर विकेटकीपर निरोसन डिकवेला के पास चली गयी. अश्विन ने अपनी पारी में आठ चौके लगाए. लेकिन इससे जडेजा पर असर नहीं पड़ा.
लंच के समय जडेजा और जयंत क्रीज पर
उन्होंने लेसिथ एम्बुलडेनिया की गेंद को कवर क्षेत्र में खेलकर एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया और अपने चिर परिचित अंदाज में बल्ले को तलवार की तरह घुमाकर जश्न मनाया. लंच के समय उनके साथ जयंत यादव दो रन पर खेल रहे थे.