एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) का फाइनल भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) के बीच मैदान से ज्यादा मैदान के बाहर चर्चा का विषय बन गया. भारतीय टीम ने जहां पांच विकेट से जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम किया, वहीं पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा (Salman Agha) ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत की हाथ न मिलाने की नीति को खेल के प्रति अपमानजनक करार दिया. उन्होंने कहा कि यह रवैया क्रिकेट और खेलभावना दोनों के लिए गलत मैसेज देता है.
नो हैंडशेक पर जताई कड़ी नाराजगी
सलमान अली आगा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ न मिलाकर केवल उनका ही नहीं बल्कि पूरे क्रिकेट का अपमान किया है. उन्होंने कहा अच्छी टीमें ऐसा नहीं करतीं. खेल के मैदान पर जीत-हार अपनी जगह है लेकिन खेलभावना हर हाल में दिखनी चाहिए. भारतीय टीम का यह रवैया निराशाजनक था. कप्तान ने यह भी बताया कि उनकी टीम ने अपने स्तर पर जिम्मेदारी निभाई. खिलाड़ी ट्रॉफी के साथ फोटो शूट के लिए गए और मंच पर खड़े होकर पदक ग्रहण किए. सलमान के मुताबिक उन्होंने कठोर शब्दों से परहेज किया लेकिन भारत के व्यवहार को अपमानजनक करार देना पड़ा.
सूर्या पर लगाए दोहरे रवैये के आरोप
सलमान अली आगा ने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने दावा किया कि टूर्नामेंट से पहले और कुछ मौकों पर निजी तौर पर सूर्यकुमार ने उनसे हाथ मिलाया, लेकिन कैमरों के सामने वे ऐसा करने से बचते रहे. सलमान ने कहा दुनिया और कैमरों के सामने हाथ न मिलाने का फैसला उनका नहीं बल्कि किसी के निर्देश का नतीजा हो सकता है. अगर यह सिर्फ उन्हीं पर छोड़ा जाता तो वह हाथ मिलाते. यह बयान भारतीय टीम प्रबंधन की नीति पर भी अप्रत्यक्ष सवाल खड़ा करता है.
ट्रॉफी देने पर उठे सवाल
ट्रॉफी वितरण समारोह भी विवादों में आ गया. एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी मंच पर मौजूद थे, लेकिन भारतीय टीम ने उनसे ट्रॉफी लेने से परहेज किया. सलमान अली आगा ने इस पर कहा एसीसी अध्यक्ष ही विजेता टीम को ट्रॉफी देते हैं. अगर आप उनसे ट्रॉफी लेना नहीं चाहते तो फिर आपको ट्रॉफी कैसे दी जा सकती है. जो कुछ हुआ, वह पिछले घटनाक्रमों का नतीजा था. उन्होंने यह भी कहा कि यह पहली बार उन्होंने ऐसा नजारा देखा है और उम्मीद जताई कि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी, क्योंकि इससे क्रिकेट की गरिमा को ठेस पहुंचती है.
मैच फीस दान की
बातचीत के अंत में पाकिस्तानी कप्तान ने एक मानवीय पहल की घोषणा भी की. उन्होंने बताया कि पूरी पाकिस्तानी टीम अपनी मैच फीस ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को समर्पित करेगी. गौरतलब है कि एशिया कप फाइनल से पहले भारतीय सेना ने पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर यह ऑपरेशन किया था. सलमान ने कहा मैं सिर्फ पाकिस्तान का कप्तान नहीं, बल्कि क्रिकेट का प्रशंसक भी हूं. हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए सही संदेश देना चाहिए. अगर हम रोल मॉडल की तरह व्यवहार नहीं करेंगे, तो युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा कहां से मिलेगी.
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