Asia Cup 2025- Ricky Ponting busts propaganda against India: एशिया कप 2025 में 15 सितंबर को खेले गए भारत-पाकिस्तान (IND vs PAK) मैच के बाद दोनों टीमों के बीच हैंडशेक को लेकर मामला बिगड़ गया. भारत ने यह मुकाबला सात विकेट से जीता, लेकिन मैच के बाद खिलाड़ियों के बीच हाथ न मिलाने जैसी घटनाओं ने माहौल को और गरमा दिया. इस मुद्दे पर जहां पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चिट्ठी और पत्र के माध्यम से लड़ रहा था, तो दूसरी ओर उसका मशीनरी अपने प्रोपेगेंडा में भी लगी हुई थी. सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की ओर से भारत को नीचा दिखाने के लिए एक नई साजिश रची गई, जिसमें विदेशी खिलाड़ियों का नाम गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया. इस फेक कैंपेन में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोटिंग को घसीटा गया. उनके नाम से भारत विरोधी बयान सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए, लेकिन पोंटिंग ने इस झूठे कैंपेन की हवा निकाल दी.
15 सितंबर को सोशल मीडिया पर एक झूठा दावा वायरल हुआ, जिसमें लिखा हुआ था कि पोंटिंग ने स्काई स्पोर्ट्स पर कहा, “यह मैच हमेशा भारत के हारने के तौर पर याद रखा जाएगा… पाकिस्तान टीम ने हाथ मिलाने की जो कोशिश की, उसने उन्हें जेंटलमैन गेम का असली चैंपियन बना दिया.” और इसी कोट में भारत को “सबसे बड़ा लूजर” बताया गया.
फेक न्यूज और प्रोपेगेंडा को ट्रैक करने वाले प्लेटफॉर्म ने बताया झूठा
सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और प्रोपेगेंडा को ट्रैक करने वाले प्लेटफॉर्म डी-इंटरनेट डाटा (D-Intent Data) ने भी इस मामले की पोल खोली. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान-आधारित अकाउंट्स जानबूझकर भारत विरोधी नैरेटिव बनाने के लिए पोंटिंग के नाम पर झूठे बयान फैला रहे हैं. D-Intent Data ने स्पष्ट किया कि एशिया कप 2025 का आधिकारिक प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स कर रहा है और पोंटिंग इसकी कमेंट्री टीम का हिस्सा नहीं हैं. स्काई स्पोर्ट्स न तो इस टूर्नामेंट का प्रसारण कर रहा है और न ही इसके पास कोई अलग कमेंट्री पैनल है. वायरल किए गए बयान पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं.


रिकी पोंटिंग का बयान
जब मामला पोंटिंग तक पहुंचा तो उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर सफाई दी. उन्होंने कहा, “मुझे सोशल मीडिया पर मेरे नाम से कुछ टिप्पणियां की जा रही हैं, इसकी जानकारी मुझे है. कृपया ध्यान रखें कि मैंने ये बयान बिल्कुल नहीं दिए हैं और न ही एशिया कप के बारे में कोई सार्वजनिक टिप्पणी की है.”
विवाद की वजह
दरअसल, 15 सितंबर को खेले गए इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया. लेकिन विवाद उस वक्त शुरू हुआ, जब टॉस के दौरान भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान से हाथ नहीं मिलाया. इसके बाद मैच के खत्म होने पर भी भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी टीम से हैंडशेक नहीं किया. इसी घटना को आधार बनाकर सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा किया गया. भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने जीत को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और भारतीय सेना को समर्पित किया. उन्होंने कहा, “हम पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़े हैं. यह जीत हमारे बहादुर जवानों के नाम है.” सूर्यकुमार ने 14 सितंबर को अपने जन्मदिन का इसे भारत के लिए परफेक्ट रिटर्न गिफ्ट बताया. दरअसल पाकिस्तान को असली समस्या इसी वजह से लगी.
पाकिस्तान की बिलबिलाहट
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी बयान जारी कर भारतीय खिलाड़ियों के व्यवहार को खेल भावना के खिलाफ बताया और आईसीसी में शिकायत की, साथ ही उन्होंने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की. लेकिन आईसीसी ने इस पर किसी भी तरह का एक्शन लेने से मना कर दिया है, क्योंकि हाथ मिलाना नियम नहीं बल्कि सद्भावना है.
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