Asia Cup 2025 Gautam Gambhir reaction on Tilak Varma Six: एशिया कप 2025 फाइनल का फाइनल क्षण. सारा दबाव खत्म करते हुए तिलक वर्मा अपना नाम इतिहास में दर्ज कराने से बस कुछ मिनट दूर थे. आखिरी ओवर भारत को जीत के लिए जरूरत थी 10 रन की. सामने वही चिर परिचित अपने भद्दे इशारों के लिए मशहूर हो चुके हारिस रऊफ और क्रीज पर सामना कर रहे थे तिलक वर्मा. पहली गेंद और तिलक ने स्क्वायर लेग पर फ्लिक करते हुए 2 रन ले लिए. पिच पर जम चुके तिलक के लिए अगली गेंद पर रऊफ ने उकसाया और फुलर लेंथ की गेंद डाली और गेंद पर 80 मीटर की दूरी तय करते हुए स्टैंड्स में जा गिरी. इस लंबे छक्के को देखकर टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर रोमांच से भर उठे.
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने रऊफ की स्लोअर गेंद को आसानी से उठाते हुए डीप स्क्वेयर लेग के पार पहुंचा दिया. इस मौके पर गौतम गंभीर अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए और लगातार मेज पर हाथ मारकर जश्न मनाने लगे, क्योंकि भारत को अब केवल 2 रन की जरूरत थी और गेंद बची थीं चार. इसके बाद अगली गेंद पर तिलक ने सिंगल लिया और फिर क्रीज पर आए रिंकू सिंह ने अपनी पहली ही गेंद पर चौका लगाकर भारत को जीत दिला दी.
गंभीर को देखकर कोई भी कह सकता है कि उनकी ऊर्जा ही उन्हें दूसरों से अलग बनाती है. अपने खिलाड़ियों कप्तान पर विश्वास ने उन्हें इस इंडियन टीम का चहेता बना दिया है. अनुशासन और जीत की चाह रणनीति और पक्का इरादा गौतम गंभीर ने इंग्लैंड सीरीज और फिर एशिया कप 2025 में इसे सिद्ध कर दिया है. वहीं हद से ज्यादा दबाव वाले मैच में तिलक वर्मा के क्या ही कहने. उनकी 53 गेंदों पर नाबाद 69 रन की शानदार पारी ने भारत को उसके नौवें एशिया कप खिताब तक पहुंचाया. इस पूरे मोमेंट का वीडियो भी देखें-
तिलक की सोची-समझी पारी बड़े मौके पर सबसे खास रही. उनकी पारी में तीन चौके, चार छक्के और दुबई की गर्मी में जीत की उम्मीद में सिंगल-डबल के बेतहाशा रनिंग भी शामिल रही. तीसरे ओवर में 10 रन पर दो विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने आए तिलक ने विकेट गिरने के बावजूद धैर्य रखा, अंत तक पारी संभाली और नाबाद लौटे.
कैसा रहा फाइनल मैच का हाल
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी. पाकिस्तान ने शानदार शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 84 रन जोड़े. साहिबजादा फरहान (57) ने बेहतरीन नींव रखी. हालांकि इसके बाद पाकिस्तान की पारी बिखर गई और वह पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल सका और 19.1 ओवर में 146 रन पर अपनी पारी समाप्त की. कुलदीप यादव (4 ओवर में 4/30) ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया, जबकि उनके स्पिन पार्टनर वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट चटकाए तो वहीं बुमराह ने भी दोहरा शिकार किया.
वहीं लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने पावरप्ले में सिर्फ 36 रन बनाए और अपने टॉप तीन बल्लेबाज- अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल और कप्तान सूर्यकुमार यादव के विकेट गंवा दिए. इसके बाद संजू सैमसन (24 रन) ने तिलक वर्मा के साथ मिलकर पारी को संभाला. फिर शिवम दुबे (33 रन) ने सैमसन के आउट होने के बाद अहम योगदान दिया. पाकिस्तान के बाकी गेंदबाजों ने ठीक-ठाक गेंदबाजी की, लेकिन तकदीर में मेहनत की जीत लिखी हो तो कोई भी ख्वाब मुकम्मल होकर ही रहता है. भारत ने 19.4 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 150 रन बनाकर खिताब हासिल कर लिया.
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